अमेठी। उत्तर प्रदेश में अमेठी के मुसाफिरखाना क्षेत्र में ढाई माह पहले एक व्यक्ति की हत्या के आरोप में पुलिस ने बुधवार को मृतक की पत्नी और बेटे समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि 21 फरवरी को मुसाफिरखाना कोतवाली के कादूनाला स्थित पूरे प्रेमशाह के पास सड़क किनारे जिले में तैनात सिपाही फहीम का शव मिला था। शव के करीब में ही एक स्कूटी भी टूटी हुई अवस्था में पाई गई थी, इससे पुलिस से लेकर हर कोई इसे दुर्घटना मान रहा था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक अनीस अहमद अंसारी ने एडिशनल एसपी राहुल राज और सीओ मुसाफिरखाना को मामले के खुलासे के लिए लगाया था। ढाई माह के प्रयास के बाद पुलिस की पूरी टीम को मंगलवार को बड़ी सफलता हाथ लगी।
पुलिस के मुताबिक़ 20 फरवरी की रात सिपाही फहीम जब ड्यूटी कर रात को घर पर पहुंचा तो यहां पत्नी परवीन ने पहले उसे खाने में नींद की गोलियां देकर उसे बेहोश कर दिया था। इसके बाद तकिये से पत्नी परवीन और उसके आशिक चांदबाबू ने मुंह दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। साक्ष्य मिटाने के लिए आशिक चांदबाबू ने मृतक के बेटे मोहम्मद कैफ के साथ शव को स्कूटी पर लादा और मुसाफिरखाना के कादूनाला के पास स्थित पूरे प्रेमशाह के पास सड़क किनारे फेंक दिया।
लोगों के शक को दूर करने के लिए यहां चांदबाबू ने सिपाही फहीम के सिर पर हथौड़े से प्रहार किया और बाद स्कूटी को क्षतिग्रस्त करते हुए शव को बगल में डाल दिया था। सारी वारदात को अंजाम देने के बाद चांदबाबू ने अपने दोस्त अरविंद उर्फ गल्लूचा को यहां बुलाया, जो अपनी पल्सर बाइक से मौके पर पहुंचा और दोनों को ले जाकर घर पर छोड़ा।
अंसारी ने बताया कि मृतक फहीम को पत्नी परवीन और चांदबाबू के संबंध का पता चला गया था जिसको लेकर इन सभी ने ये तानाबाना बुना। उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों के विरुद्ध धारा 302, 201, 120B के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। (वार्ता)