चुनावी साल में मतदाता को लुभाने के लिए शिवराज सरकार बांटेगी साड़ी-सैंडल, पानी की बोतल और छाता

Webdunia
सोमवार, 29 मई 2023 (20:24 IST)
चुनावी साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर सत्ता में काबिज होने के लिए समाज के हर वर्ग को साधने में लगे हैं। प्रदेश सरकार इस बार एक सरकारी योजना के तहत 15 लाख 24 हजार तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को खुश करने के लिए साड़ी, सैंडल, जूता, पानी की बोतल और छाता बांटने जा रही है।

खबरों के अनुसार, मध्‍य प्रदेश सरकार की इस योजना से आदिवासी वोट बैंक को साधने में मदद मिलेगी। जून के तीसरे या चौथे सप्ताह में साड़ी-जूता बांटना शुरू किया जाएगा। प्रदेश के 15.24 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

छाते को छोड़कर बाकी सारे उत्पादों की आपूर्ति शुरू हो गई है। इसमें क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा गया है। प्रत्येक परिवार को एक-एक नग जूते, पानी की बोतल और छाता दिया जाएगा, लेकिन साड़ी और सैंडल के मामले में बंदिश नहीं होगी। परिवार में जितनी भी महिलाएं होगी, सभी को साड़ी और सैंडल दी जाएगी।

उल्‍लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में नवंबर 2023 में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 47 सुरक्षित आदिवासी सीटों में से 31 कांग्रेस जीतने में सफल रही थी, जबकि भाजपा को सिर्फ 16 सीटें ही मिली थीं।
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख