हिमाचल प्रदेश में BJP का बड़ा एक्‍शन, 2 बागियों को 6 साल के लिए किया बाहर

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 17 मई 2024 (18:24 IST)
Big action of BJP in Himachal Pradesh, rebel BJP candidate : भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में पार्टी नेता राकेश चौधरी और पूर्व मंत्री रामलाल मरकंडा को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। दोनों नेताओं ने विधानसभा उप चुनाव के लिए बतौर निर्दलीय दाखिल नामांकन पत्र को वापस नहीं लिया था।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने यहां जारी एक बयान में बताया कि मरकंडा और चौधरी को तत्काल प्रभाव से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। पार्टी की तमाम कोशिशें तक तब नाकाम हो गईं जब दोनों नेताओं ने अपना नामांकन पत्र वापस नहीं लिया। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 17 मई है।
 
कांग्रेस के छह विधायकों राजेंद्र राणा (सुजानपुर), सुधीर शर्मा (धर्मशाला), रवि ठाकुर (लाहौल-स्पीति), इंद्र दत्त लखनपाल (बरसर), चेतन्य शर्मा (गगरेट) और देवेंद्र कुमार भुट्टो (कुटलेहड़) ने पार्टी से बगावत कर 27 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया था।
ALSO READ: हिमाचल प्रदेश : मुख्यमंत्री सुक्खू का गृह जिला बना विद्रोह का केंद्र
इसके दो दिन बाद सभी छह विधायकों को पार्टी के मुख्य सचेतक द्वारा विधानसभा में उपस्थित रहने और कटौती प्रस्ताव एवं बजट पर सरकार के पक्ष में मतदान करने के लिए जारी व्हिप का उल्लंघन करने पर सदन से अयोग्य करार दिया गया। कांग्रेस के बागी विधायक बाद में भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने सभी बागियों को उनकी पूर्व की सीट से उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है।
 
कांग्रेस के बागी विधायकों को भाजपा से टिकट दिए जाने के बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में हारे और लाहौल स्पीति से तीन बार के विधायक एवं दो बार के मंत्री मारकंड अपने समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ने वाले पहले नेताओं में थे। कांग्रेस द्वारा जिला परिषद अध्यक्ष अनुराधा राणा को यहां से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद मरकंडा ने बतौर निर्दलीय पर्चा दाखिल किया और मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया। यहां से पाला बदलकर आए रवि ठाकुर को भाजपा ने अपना उम्मीवार बनाया है।
ALSO READ: हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट पर रहा है राज परिवारों का दबदबा
चौधरी 2022 के विधानसभा चुनाव में सुधीर शर्मा से हार गए थे। उन्होंने कांग्रेस से टिकट पाने की कोशिश की लेकिन राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने धर्मशाला के पूर्व महापौर देवेंद्र जग्गी पर भरोसा किया और इसके बाद चौधरी बतौर निर्दलीय मैदान में उतर गए। सुधीर शर्मा को 2012 और 2022 में जीत हासित हुई थी और उन्होंने 2022 के चुनाव में चौधरी को 3,285 मतों से मात दी थी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्‍या फिर से होगी CUET UG परीक्षा, NTA ने दिया यह जवाब...

कर्नाटक में बढ़ रहे डेंगू के मामले, भाजपा नेता ने की सरकार से यह मांग

राहुल गांधी पर जमकर बरसे शिवराज, लगाया यह आरोप...

Bihar : तेजस्वी यादव ने एक और पुल ढहने का किया दावा, अधिकारी ने दिया यह बयान...

Hathras Stampede : क्‍या भगदड़ मामले में स्वयंभू भोले बाबा से होगी पूछताछ, न्यायिक आयोग ने दिया यह जवाब...

सभी देखें

नवीनतम

संदेशखाली मामले में ममता सरकार को SC से झटका, होगी CBI जांच

mumbai bmw accident: कार चालक के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी, क्या बोले सीएम शिंदे

झारखंड में मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में साबित किया बहुमत

रूस दौरे से पहले बोले पीएम मोदी, भारत चाहता है शांतिपूर्ण और स्थिर क्षेत्र के लिए सहयोगात्मक भूमिका निभाना

ममता बनर्जी बोलीं, सेफ ड्राइव सेफ लाइफ अभियान से बंगाल में सड़क हादसे हुए कम

अगला लेख
More