उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और बलिया पुलिस ने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की अंग्रेजी विषय के पेपर लीक कांड मामले में शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया है।इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
खबरों के अनुसार, पेपर बलिया से ही आउट हुआ था। इसे 2 स्कूल के मैनेजर सहित एक अध्यापक और 3 कर्मचारियों ने मिलकर लीक किया था।बेहद शातिर तरीके से टैंपर प्रूफ पैकेट को खोलकर पेपर लीक किया गया था।जब डीएम और एसपी ने जांच की तो सारे पैकेट चिपके हुए मिले थे।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने से रोकने के लिए शासन स्तर पर कड़े कदम उठाए गए हैं। सरकार ने औचक निरीक्षण से लेकर स्ट्रांग रूम में आने वालों की संख्या सीमित करने के साथ ही कर्मचारियों के मोबाइल फोन ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
पेपर लीक का केंद्र रहे बलिया जिले में जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी व्यक्तिगत रूप से प्रश्नपत्र को लीक होने से रोकने के लिए किए गए इंतजामों की समीक्षा कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को परीक्षा की शुचिता और प्रश्न पत्रों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए विशेष सतर्कता बरतने हिदायत दी है।वहीं अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) आराधना शुक्ला ने एक बयान जारी कर सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों में प्रश्न पत्रों और परीक्षा केंद्रों का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करने का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि 29 मार्च को यूपी बोर्ड की 2 बजे से होने वाली इंटरमीडिएट की अंग्रेजी परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही लीक हो गया था। इसके चलते 24 जिलों में इंटरमीडिएट की अंग्रेजी की परीक्षा रद्द करा दी गई थी।