पटना। बिहार में शराबबंदी के बाद भी जहरीली शराब की वजह से 82 लोगों की मौत हो गई। छपरा के बाद अब सिवान और बेगुसराय से भी जहरीली शराब से मौत की खबरें आ रही है। मीडिया खबरों के अनुसार, अकेले छपरा में शराब की वजह से 76 लोग मारे गए। सीवान में 5 और बेगुसराय में 1 व्यक्ति शराब पीने की वजह से मारा गया। हालांकि प्रशासन ने अब तक केवल 34 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
बताया जा रहा है कि जहरीली शराब पीने की वजह से कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इस वजह से कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है।
इस बीच, आबकारी विभाग ने लखीसराय जिले के घोंगसा गांव से 1,296 बोतल विदेशी शराब बरामद होने की पुष्टि की है। जिस सुनसान घर में 108 पेटी रखी गई थीं, उसमें रहने वाले एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि जो लोग शराब पीते हैं और इसके परिणामस्वरूप अपनी जान गंवा देते हैं, उनके प्रति कोई सहानुभूति नहीं होनी चाहिए और ऐसे लोग किसी मुआवजे के लायक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि यदि आप लोगों को लगता है कि शराबबंदी गलत है तो इसे स्पष्ट रूप से कहें। कानून सभी की सहमति से लाया गया था। अगर आज सभी सोचते हैं कि हम गलत थे, तो हम इसे वापस ले सकते हैं। लेकिन याद रखें कि ये मौतें एक गलत चीज के कारण हुई हैं।
इधर शराब से मौत पर भाजपा नीतीश सरकार पर लगातार हमले कर रही है। पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है। इस बीच प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया कि जहरीली शराब की वजह से राज्य में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
Edited by : Nrapendra Gupta