देहरादून। साल 2016 से देहरादून सीजेएम कोर्ट में चल रहे उत्तराखंड पुलिस के प्रशिक्षित घोड़े शक्तिमान की मौत के प्रकरण में मंत्री गणेश जोशी को दोषमुक्त घोषित कर दिया गया है।
दरअसल, 14 मार्च 2016 को विधानसभा सत्र के दौरान मुख्य विपक्षी दल भाजपा सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए घुड़सवार भी तैनात किए गए थे।लेकिन प्रदर्शन के दौरान भाजपा और पुलिस की धक्कामुक्की के बीच शक्तिमान घोड़े की एक टांग टूट गई थी। जिसके बाद इस मामले का आरोप उस दौरान मसूरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक गणेश जोशी पर लगा था।
इस मामले ने तब और तूल पकड़ा, जबकि इलाज के दौरान शक्तिमान घोड़े की मौत हो गई। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खी बने शक्तिमान प्रकरण पर विधायक गणेश जोशी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भी लिया गया था। यही नहीं, इस प्रकरण में गणेश जोशी ने ये बयान दिया था कि अगर उन पर लगे आरोप साबित हो गए, तो उनके पैर काट दिए जाएं।
उन्होंने कहा, अगर मैं दोषी पाया गया तो हर सजा के लिए तैयार हूं। जिसके बाद से ही मामला कोर्ट में लंबित चल रहा था। लेकिन गुरुवार को सीजेएम कोर्ट ने इस प्रकरण को लेकर हुई सुनवाई में कोर्ट ने गणेश जोशी को दोषमुक्त करार दे दिया है।