यह कैसा इलाज! सूर्य ग्रहण के दौरान विकलांग बच्चों को गर्दन तक किया दफन...

Webdunia
गुरुवार, 26 दिसंबर 2019 (19:16 IST)
बेंगलुरु। गुरुवार को एक तरफ पूरा देश या यूं कहें कि पूरी दुनिया सूर्य ग्रहण के नजारे को देखने में मशगूल थी, वहीं कुछ लोग अपने विकलांग बच्चों को गर्दन तक मिट्‍टी में दफन कर उनके आसपास बैठे हुए थे।

यह वाकया कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के ताज सुल्तानपेट गांव का है, जहां 8 से 11 साल के 3 विकलांग बच्चों को गर्दन तक उन्हीं के परिजनों ने मिट्‍टी में दफन कर दिया था। इनमें एक लड़की एवं 2 लड़के हैं।

इस संबंध में परिजनों का मानना था कि ऐसा करने से बच्चों की विकलांगता और बीमारी खत्म हो जाएगी। अंधविश्वास की यह घटना पूरे देश में चर्चा का केन्द्र बनी हुई है। हालांकि कुछ फोटो में बच्चे रोते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।

कलबुर्गी तालुका की तहसीलदार मालेशा के मुताबिक बच्चों की हालत स्थिर है। इस बीच, प्रशासन यह भी विचार कर रहा है कि बच्चों को इलाज के नाम पर प्रताड़ना देने वाले परिजनों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा सकती है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

कहां हैं पंचेन लामा? तिब्बतियों ने मांगी भारत से मदद

राजीव गांधी ने क्यों खत्म किया था विरासत टैक्स? BJP- कांग्रेस में घमासान जारी

स्त्री धन का उपयोग कर सकता है पति, सुप्रीम कोर्ट का आदेश, लेकिन

भाजपा में शामिल हुए मनीष कश्यप, मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

मोदी ने साधा कांग्रेस और सपा पर निशाना, कहा- OBC का हक छीन रहीं दोनों पार्टियां

छत पर रखी पानी की टंकी से आ रहा है गर्म पानी तो अपनाएं ये 5 आसान तरीके

प. बंगाल के मयना में BJP कार्यकर्ता की संदिग्ध मौत, परिवार ने लगाया TMC पर आरोप

राहुल गांधी का दावा, मंच पर रो सकते हैं मोदी

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

Live : ‍दमोह में शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन ने किया मतदान, त्रिपुरा में सबसे ज्यादा वोटिंग

अगला लेख