उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में जेसीबी मशीन ने एक महिला को उसके ससुराल में प्रवेश दिला दिया। अभी तक अपराधियों में खौफ और अपराध से अर्जित संपत्ति ढहाने के लिए जेसीबी मशीन का इस्तेमाल पुलिस कर रही है, लेकिन आज एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां मुख्यमंत्री योगी के बुलडोजर ने एक महिला को सम्मान और सिर पर छत दिलाने का काम किया है।
बिजनौर की महिला को उसके ससुराल वालों ने घर से निकालकर दरवाजा बंद कर दिया। पीड़ित महिला ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पीड़िता को उसकी ससुराल लेकर पहुंचे। ससुराल पक्ष ने पीड़िता को घर में घुसने नहीं दिया। कई घंटों तक पुलिस और पीड़िता नूतन और पति रोबिन पक्ष के बीच नोकझोंक हुई।
पुलिस से नूतन के ससुराल वालों ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि वह उसको घर में नहीं आने देंगे। घंटो चले हंगामे के बाद भी जब रोबिन के परिवार वाले दरवाजा खोलने के लिए तैयार नहीं हुए तो पुलिस ने दरवाजा तोड़ने के लिए जेसीबी मशीन मंगा ली।
बुलडोजर को घर के बाहर देखकर पीड़िता के ससुराल वालों में हड़कंप मच गया और उन्होंने आनन-फानन में दरवाजा खोल दिया। दरवाजा खुलते ही पुलिस ने नूतन को ससुराल में दाखिल करा दिया। उसकी सुरक्षा के लिए फिलहाल पुलिस ने घर के बाहर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए हैं।
गौरतलब है कि कोतवाली क्षेत्र के धोकलपुर गांव के रहने वाले वकील शेरसिंह ने पांच साल पहले बेटी नूतन की शादी कस्बा हल्दौर के रहने वाले रोबिन चौधरी से की है। शादी के कुछ माह बाद नूतन को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा, कैश और मनचाही कार की डिमांड के चलते उसके साथ पति रोबिन मारपीट पर उतारू हो जाता। एक दिन रोबिन और उसके परिवार ने नूतन को मारपीट करते हुए घर से निकाल दिया।
पीड़िता नूतन ने हार नहीं मानी और दहेज लोभियों को सबक सिखाने के लिए 23 जून 2019 को ससुराल पक्ष के खिलाफ कोर्ट में मारपीट, घरेलू हिंसा और दहेज अधिनियम की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया। मामला प्रयागराज हाईकोर्ट पहुंचा, हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए नूतन को सम्मानपूर्वक उसके ससुराल में रहने का आदेश दिया।
कोर्ट के आदेश पर नूतन हल्दौर पुलिस के साथ अपने ससुराल पहुंची तो ससुराल वालों ने दरवाजा खोलने के लिए पुलिस को मना कर दिया। पुलिस के समझाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो मजबूरन इंस्पेक्टर को बुलडोजर मंगवाना पड़ा। बाद में जेसीबी को देखते ही झट से दरवाजा खुला और नूतन को पति के घर में प्रवेश मिल गया।