लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर के थाना चौबेपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे और उसके साथियों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और उसके फाइनेंसरों की 147 करोड़ की संपत्तियों तथा उससे जुड़े लोगों की आय के विभिन्न स्रोतों की जांच ईडी से कराने का निर्णय लिया है।
एक तरफ जहां एनकाउंटर में अपराधी विकास दुबे पहले ही मारा जा चुका है और उसके साथी जेल में बंद है, लेकिन इसके बावजूद दिन-प्रतिदिन उसके गिरोह के साथियों के साथ विकास दुबे से जुड़े लोगों की समस्याएं बढ़ती ही जा रही हैं।
अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और उसके फाइनेंसरों की 147 करोड़ की संपत्तियों तथा उससे जुड़े लोगों की आय के विभिन्न स्रोतों की जांच ईडी से कराने का निर्णय लिया है, जिसके बाद अब जल्द ही ईडी भी शिकंजा कसने जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित एसआइटी की सिफारिश पर इन संपत्तियों की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से विस्तृत जांच कराने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास दुबे और उसके फाइनेंसरों की 147 करोड़ रुपए की संपत्तियों तथा विकास दुबे से जुड़े लोगों की आय के विभिन्न स्रोतों की जांच ईडी से कराने का निर्देश दिया है, तो वहीं प्रदेश के प्रवक्ता ने बताया कि एसआईटी ने गैंगेस्टर विकास दुबे की अवैध ढंग से हासिल की गईं संपत्तियों के पुख्ता साक्ष्य जुटाए हैं
एसआईटी ने नवंबर माह में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी थी,जिसमें यह भी कहा गया था कि विकास दुबे और उसके फाइनेंसरों समेत गिरोह से जुड़े सभी सदस्यों के आय के स्रोतों की भी विस्तार से जांच कराई जानी चाहिए। जिसके चलते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईडी के द्वारा जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं।