चोरी के आरोप से दुखी सेना के पूर्व कैप्टन ने तिहाड़ जेल में की आत्महत्या, परिवार ने लगाया लापरवाही का आरोप

Webdunia
बुधवार, 13 नवंबर 2019 (10:16 IST)
नई दिल्ली। किताबें चुराने के आरोप में गिरफ्तार सेना के पूर्व कैप्टन ने तिहाड़ जेल की इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। इस संबंध में उनके परिवार का दावा है कि यह लापरवाही का मामला है वहीं जेल अधिकारियों ने इन आरोपों से इंकार किया है।

1983 में सेवा से मुक्त हुए कैप्टन मुकेश चोपड़ा को दिल्ली कैंट पुस्तकालय से चीन से जुड़ी कुछ किताबें चुराने के आरोप में 2 नवंबर को गिरफ्तार किया गया। जेल अधिकारियों ने बताया कि 7 नवंबर को चोपड़ा ने इमारत की पहली मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली, लेकिन कैप्टन के परिवार का दावा है कि वह सीढ़ियों से गिरे थे और उन्हें तुरंत चिकित्सकीय सहायता मुहैया नहीं कराई गई।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि कैप्टन पर गलत तरीके से चीन से जुड़े होने के आरोप लगाए गए और उनकी जांच की जा रही थी। कैप्टन चोपड़ा के खिलाफ एक नवंबर को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, वह दिल्ली कैंट इलाके के परेड ग्राउंड स्थित ‘सेन्टर फॉर लैंड वेलफेयर स्टडीज (सीएलएडब्ल्यूएस)’ में घुसे और करीब 30-40 मिनट के बाद बाहर निकले।

बाद में लाइब्रेरियन को कुछ किताबें गायब मिलीं। सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि चोपड़ा ने उन किताबों को अखबार के भीतर छुपाकर चुराया है। घटना के अगले दिन पुलिस ने कैप्टन को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि जेल अधिकारियों ने कैप्टन के परिवार के आरोपों को खारिज किया है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

आतंकियों से खतरा, वैष्णो देवी में नवरात्रों पर सुरक्षा प्रबंध चाक चौबंद का दावा

मोहम्मद यूनुस ने तोड़ा शेख हसीना का सपना

रोज 5 घंटे मोबाइल पर बिता रहे भारतीय, मोबाइल का मायाजाल जकड़ रहा जिंदगी

पुलिस कांस्टेबल का अश्लील वीडियो वायरल, महिला के साथ कार में मना रहा था रंगरैलियां

वित्त वर्ष में शेयर मार्केट ने दिया 5 फीसदी रिटर्न, मार्च में कैसी रही बाजार की चाल?

सभी देखें

नवीनतम

संघ मुख्यालय पहुंचने वाले दूसरे पीएम बने मोदी, क्यों खास है यह दौरा?

LIVE: पीएम मोदी ने हेडगेवार और गोलवलकर को दी श्रद्धांजलि, दीक्षा भूमि भी पहुंचे

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज उज्जैन से करेंगे जल गंगा संवर्धन अभियान का शुभारंभ

विक्रम सम्वत् : प्रकृति के संरक्षण, संवर्धन और विकास का उत्सव

म्यांमार की मदद के लिए भारत ने चलाया 'ऑपरेशन ब्रह्मा', जानिए क्या-क्या भेजा

अगला लेख