पणजी। गोवा में जहरीले फॉर्मेलिन की दहशत के कारण मछलियों के आयात पर प्रतिबंध लगने और स्थानीय आपूर्ति में कमी आने के बाद अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि हो गई है। केवल पारंपरिक तरीकों से मछली पकड़ने वाले मछुआरों को समुद्र में उतरने की अनुमति दी जा रही है लेकिन खराब मौसम ने उनके काम को दुष्कर बना दिया है।
मडगांव, पणजी, मापुसा और वास्को इलाकों के बाजार सूने पड़े हैं। राज्य सरकार ने इस माह के अंत तक मछलियों के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। अभी मानसून के कारण गोवा के तट पर यांत्रिक नौकाओं से मछली पकड़ने पर भी 31 जुलाई तक प्रतिबंध लगा हुआ है।
केवल पारंपरिक तरीकों से मछली पकड़ने वाले मछुआरों को समुद्र में उतरने की अनुमति दी जा रही है लेकिन खराब मौसम ने उनके काम को दुष्कर बना दिया है। मछलियों के आयात पर प्रतिबंध लगाने वाले मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने स्वीकार किया कि मछली की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं।
पर्रिकर ने सोमवार को राज्य विधानसभा में कहा कि अगर आयात पर प्रतिबंध जारी रहता है तो मछली खरीदना बहुत महंगा हो जाएगा, क्योंकि स्थानीय आपूर्ति भी लोगों की जरूरत के मुताबिक पर्याप्त नहीं है। उनके बयान के अनुसार राज्य में मछली की कीमतों में सामान्य के मुकाबले 4 गुना की वृद्धि हुई है। (भाषा)