मुजफ्फरनगर। एक आवासीय स्कूल के प्रधानाचार्या ने यहां कथित तौर पर लड़कियों के समूह को धमकाया और उन्हें कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया जिसके बाद मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
पीड़िताओं के परिवार वालों की ओर से दायर शिकायत के अनुसार, डिगरी गांव के कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल की छात्राओं से गुरुवार को प्रधानाचार्या ने जबरन कपड़े उतरवाए।
जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी चंदर केश यादव ने बताया कि प्रधानाचार्या ने कथित तौर पर छात्राओं को उसकी बात न मानने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। उन्होंने बताया कि मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
एक छात्रा ने कहा कि वहां कोई अध्यापक नहीं था। हमें छात्रावास से नीचे बुलाया गया। मैडम ने हमें कपड़े उतारने को कहा और ऐसा न करने पर उन्होंने हमें पीटने की बात कही। हम बच्चे हैं, हम क्या कर सकते थे? अगर हम उनका कहना नहीं मानते तो वे हमें पीटतीं, हालांकि प्रधानाचार्या ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि उन्हें किसी ने कपड़े उतारने को नहीं कहा। यह स्टाफ की मेरे खिलाफ साजिश है, क्योंकि वे नहीं चाहते कि मैं यहां रहूं। मुझे यह देखने को कहा गया था कि स्टाफ अपना काम कर भी रहा है या नहीं?
उन्होंने कहा कि मैं सख्त हूं इसलिए वे मुझसे नफरत करते हैं। प्रधानाचार्या के उत्पीड़न करने की खबर फैलने के बाद 65 छात्राओं में से 35 स्कूल छोड़कर चली गईं। यादव ने कहा कि कई और छात्राओं ने भी ऐसी ही शिकायत की है। मामले की जांच की जा रही है। (भाषा)