पराली जलाने की घटनाएं: हरियाणा सरकार ने कृषि विभाग के 24 अधिकारियों को निलंबित किया

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 22 अक्टूबर 2024 (22:23 IST)
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार (Haryana government) के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने अपने-अपने क्षेत्रों में पराली (stubble) जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने में कथित विफलता को लेकर 24 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इस संबंध में 20 अक्टूबर को आदेश जारी किया गया था। आदेश में उल्लेख किया गया है कि अधिकारियों को प्रशासनिक आधार पर निलंबित किया गया है।ALSO READ: हरियाणा में पराली जलाने पर बड़ा एक्शन, 14 किसान गिरफ्तार
 
विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में इन अधिकारियों की कथित विफलता के कारण कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि उनके इलाकों में पराली जलाने के मामले ज्यादा पाए गए हैं। जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें 9 जिलों- जींद, पानीपत, हिसार, कैथल, करनाल, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, सोनीपत और अंबाला के कृषि निरीक्षक, पर्यवेक्षक और कृषि विकास अधिकारी शामिल हैं।
 
पत्रकारों ने मंगलवार को यहां जब हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा से 24 अधिकारियों को निलंबित किए जाने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि कारण यह है कि पराली नहीं जलाई जानी चाहिए। राणा ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि उल्लंघन करने वालों के खिलाफ 3,000 मामले दर्ज किए गए हैं।ALSO READ: पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, पंजाब और हरियाणा सरकार को फटकार
 
यह पूछे जाने पर कि क्या उच्चतम न्यायालय में सुनवाई के मद्देनजर अधिकारियों द्वारा सख्ती की जा रही है, राणा ने कहा कि हर सरकार शीर्ष अदालत के आदेशों का पालन करती है। उच्चतम न्यायालय ने पराली जलाने के दोषी लोगों पर मुकदमा न चलाने को लेकर पंजाब और हरियाणा सरकारों की खिंचाई की थी, जबकि राज्य के मुख्य सचिवों को स्पष्टीकरण के लिए 23 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा है।
 
न्यायमूर्ति अभय एस ओका, न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मैश की पीठ ने दोनों राज्यों की ओर से 'पूर्ण असंवेदनशीलता' बरते जाने का जिक्र किया और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफलता के लिए दोनों सरकारों के अधिकारियों पर कार्रवाई करने का वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) को निर्देश दिया।
 
राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का एक बड़ा कारक पराली का जलाया जाना है। आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा दिल्ली में खराब वायु गुणवत्ता के कारणों में से एक के रूप में भाजपा शासित हरियाणा में जलायी जाने वाली पराली (धान की पराली) को जिम्मेदार ठहराने पर राणा ने कहा कि यह प्रचारित किया जा रहा है कि अकेले किसान ही प्रदूषण का कारण हैं।
 
जब उनसे पूछा गया कि दिल्ली की सरकार हरियाणा को दोषी ठहरा रही है तो राणा ने कहा कि आप दिल्ली और पंजाब, दोनों जगह शासन कर रही है। लेकिन वे पंजाब में अपनी पार्टी की सरकार को कुछ नहीं कहेंगे।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: इस्तीफा देंगे एकनाथ शिंदे, आज हो सकता है नए महाराष्‍ट्र CM के नाम का ऐलान

महाराष्‍ट्र में सीएम पर सस्पेंस बरकरार, एकनाथ शिंदे की समर्थकों से अपील

संभल में कैसे भड़की हिंसा, DM राजेंद्र पेंसिया ने बताई पूरी सचाई

LIVE: बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु गिरफ्तार

दुष्कर्म और कई राज्‍यों में की हत्‍या, 1 दर्जन से ज्‍यादा केस दर्ज, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

अगला लेख