रामनाथपुरम (तमिलनाडु)। पूर्वी लद्दाख में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए हवलदार के. पालानी का उनके पैतृक गांव में गुरुवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पालानी की पार्थिव देह को कडाक्कालुर गांव में दफनाने से पहले उन्हें बंदूक से सलामी दी गई। देश के लिए जान कुर्बान करने वाले शहीद सैनिक को उनके परिवार सहित सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।
सशस्त्र बलों के अधिकारियों, जिलाधिकारी, पुलिसकर्मियों और जनप्रतिनिधियों ने पालानी की पार्थिव देह वाले ताबूत पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अधिकारियों ने ताबूत से लिपटा तिरंगा उनके परिवार के सदस्यों को सौंपा जिसके बाद ताबूत को दफनाया गया।
जिलाधिकारी के. वीरा राघव राव ने पालानी को श्रद्धांजलि दी और 20 लाख रुपए का चेक परिवार को सौंपा। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पालानीस्वामी ने पालानी के परिवार को यह रकम दिए जाने की घोषणा की थी। गौरतलब है कि सोमवार रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 1 कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। (भाषा)