कार चलाते समय आया हार्ट अटैक, कांस्टेबल ने इस तरह बचाई जान

Webdunia
गुरुवार, 30 अगस्त 2018 (16:11 IST)
ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में खारीगांव टोल बूथ के नजदीक ड्यूटी पर तैनात एक यातायात कांस्टेबल की मदद से एक कार चालक की जान बच गई। दरअसल कार चलाते समय चालक को दिल का दौरा पड़ा था।
 
पुलिस के मुताबिक, जब कांस्टेबल पंधारीनाथ मुंडे (35) ने देखा कि चालक की सीट पर बैठे व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा है तो उसने तत्काल उसे कार की पिछली सीट पर बैठाया और खुद गाड़ी चलाते हुए नजदीक के एक अस्पताल ले गया। यह घटना बुधवार दोपहर में हुई।
 
ठाणे पुलिस के प्रवक्ता सुखदा नारकर ने बताया, 'निखिल टामबोले (23) जिले में पाडघा से अपने बुजुर्ग पिता के साथ कार से ठाणे शहर की ओर जा रहा था। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे जब उनकी कार खारीगांव टोलबूथ पर पहुंची तो टामबोले को जबर्दस्त दिल का दौरा पड़ा।'
 
उन्होंने बताया कि घटना के समय कांस्टेबल मुंडे वहां तैनात था। उसे इस बारे में पता चला और उसने समय नहीं गंवाया और टामबोले को कार की पिछली सीट पर बिठाया।
 
नारकर ने बताया, 'इसके बाद, उसने खुद कार चलाई और टामबोले को ठाणे में जुपिटर अस्पताल ले गया जहां उसे भर्ती किया गया। टामबोले की हालत स्थिर है और उनका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।' (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

निशिकांत दुबे, तू मुंबई आजा समंदर में डुबा डुबाकर मारेंगे

बेरहम मालिक ने अपने पालतू डॉग के साथ की बेदर्द हरकत

...तो हम राहुल गांधी और खरगे को भी नहीं छोड़ेंगे, CM हिमंता विश्व शर्मा की चेतावनी

नमस्ते! मैंने कक्षाओं में विस्फोटक रखे हैं, करीब 100 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, पेरेंट्‍स में दहशत

दो मुख्‍यमंत्रियों की गिरफ्तारी करवाने वाले दबंग ED अधिकारी कपिल राज का इस्तीफा, 15 साल की शेष थी सर्विस

सभी देखें

नवीनतम

DU की पहली सीट अलॉटमेंट लिस्ट जारी, 71 हजार से ज्‍यादा स्नातकों को होगा आवंटन

मॉनसून सत्र से पहले डोनाल्ड ट्रंप बढ़ा रहे मोदी सरकार की मुश्किल, मोदीजी, 5 जहाजों का सच क्या है? देश को जानने का हक है

महाराष्ट्र में 5 महीने में दुष्‍कर्म के 3506 केस, हत्या के 924 मामले, विपक्षी नेता अंबादास दानवे का दावा

बिग बैंग के कुछ ही क्षणों बाद ब्रह्मांड ने खुद को नष्ट क्यों नहीं कर लिया, सर्न की खोज में सामने आया जवाब

कारगिल युद्ध से पहले जम्मू कश्मीर के लिए हुई थी गुप्त वार्ता, क्या था चिनाब फॉर्मूला

अगला लेख