झाबुआ। मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में भारी बारिश के चलते सभी प्रमुख नदियां और नाले उफान पर बह रहे हैं, वहीं जिले के पारा में कई निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई जिससे लोगों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ा।
पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के चलते जिले की अनास, लाड़की, पम्पावती, पद्मावती, माही, नौगावां सहित सभी नदी-नाले उफान पर बह रहे हैं। चारों ओर पानी ही पानी हो गया है। कई ग्रामीण क्षेत्रों के सड़क संपर्क टूट गए हैं। जिला प्रशासन ने तत्काल रूप से सभी जगह अलर्ट रहने और लोगों को असुविधा नहीं हो, इसके लिए इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।
भू-अभिलेख के अनुसार झाबुआ में पिछले 25 घंटों में सर्वाधिक 190 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जबकि रामा में 135.8, थांदला में 98.2, पेटलावद में 65.2, रानापुर में 105, मेघनगर में 150 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जिले में इस साल आज दिनांक तक कुल औसत वर्षा 765.1 मिलीमीटर से अधिक दर्ज की जा चुकी है जबकि जिले में कुल औसत वर्षा 773.4 मिलीमीटर की आवश्यकता होती है।
बारिश से नीमच में जनजीवन प्रभावित : पिछले 2 दिनों से निरंतर जारी बारिश के चलते मध्यप्रदेश के जिला मुख्यालय नीमच में आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शहर की निचली बस्तियों में पानी भर गया है। जिला प्रशासन की ओर से सहयोग किया जा रहा है। जिले में बारिश का औसत 33 इंच है। इस सीजन में जिले में 38 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। नीमच क्षेत्र में तो बारिश 45 इंच के पार पहुंच गई है। 2 दिनों से रुक-रुककर बारिश आ रही है जिससे नगर के इर्द-गिर्द बहने वाले नाले उफान पर बह रहे हैं और सड़कों तथा घरों में पानी भर गया है।
नगर की अंबेडकर, एकता और पुलिस कॉलोनी के अलावा कई निचली बस्तियों में पानी घुस जाने से लोगों को परेशानी हो रही है। प्रशासन ने सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर लोगों को जरूरत की सामग्री वितरित करने के प्रबंध किए हैं। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के मार्ग भी अवरुद्ध हुए हैं। फसलों को 35 प्रतिशत से अधिक नुकसानी किसान बता रहे हैं। (वार्ता)