चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बड़ा ही सनसनीखेज बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले के बाद पंजाब से 7.5 करोड़ रुपए की मांग की गई थी।
पंजाब विधानसभा में मान ने कहा कि पठानकोट हमले के दौरान सेना आई और आतंकवादियों का मुकाबला किया। कुछ दिनों बाद हमें चिट्ठी मिली कि पंजाब हमें 7.5 करोड़ रुपए दे क्योंकि हमने सेना भेजी थी।
उन्होंने कहा कि हम रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पास गए और कहा कि 7.5 करोड़ रुपए हमारे MPLAD से काट लीजिए पर हमें लिखकर दे दीजिए कि हमने पंजाब को किराए पर सेना दी। पंजाब देश का हिस्सा नहीं है। मान ने कहा कि सबसे पहले बंदूक की गोलियां हमारी छाती पर चलती हैं।
दिल्ली के सीएम की नहीं चलती : केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए मान ने कहा कि दिल्ली में कोई भी काम करना हो तो उपराज्यपाल से अनुमति मांगनी पड़ती है। वहां CM की कुछ नहीं चलती क्योंकि वहां सरकार किसी और पार्टी की बनी हुई है। पंजाब ने केंद्र सरकार से एक्स्ट्रा बिजली मांगी, लेकिन हमें मना कर दिया गया, जबकि हरियाणा को बिजली दी गई।
उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि सबका साथ, सबका विकास तो कहां है साथ? ना आपको साथ देना है और ना ही आपको साथ लेना है।