जम्मू में हाल ही में एक रैली के दौरान एक विशेष समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाने के आरोप में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी पक्का डांगा थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295-ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए जानबूझकर किया गया कृत्य) और 147 (दंगों के लिए सजा) के तहत प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद हुई है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को इस घटना पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन की आलोचना की और पूछा कि क्या नारे लगाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जा रही है।
महबूबा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि जब प्रशासन कश्मीर में तिरंगा यात्रा का दिखावा करने में व्यस्त था, तो जम्मू में एक और घटना हुई, जहां दक्षिणपंथी कट्टरपंथियों ने खुले तौर पर मुस्लिम नरसंहार का आह्वान किया।
अपने पोस्ट में रैली का एक वीडियो साझा करते हुए जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू में रैली के दौरानभड़काऊ नारे लगाए गए। उन्होंने सवाल किया प्रशासन ने इन अपराधियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की है?
रविवार को पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने कहा कि मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे और भी गिरफ्तारियां होंगी। जम्मू में किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। इस पर महबूबा ने कहा कि वह पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना करती हैं। भाषा