जम्मू-कश्मीर में छात्र और सुरक्षा बलों में भिड़ंत

सुरेश एस डुग्गर
सोमवार, 1 मई 2017 (21:28 IST)
श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में एक कॉलेज में सुरक्षा बलों की कथित सख्ती के खिलाफ मार्च निकाल रहे छात्रों की जवानों के साथ झड़प हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 15 अप्रैल को सुरक्षा बलों की कार्रवाई के खिलाफ बॉयज हायर सेकंडरी स्कूल और पुलवामा डिग्री कॉलेज के छात्रों ने बड़ी संख्या में संयुक्त मार्च निकाला।
 
अधिकारी के मुताबिक मार्च जब पुलवामा थाने के पास पहुंचा तो कुछ छात्रों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। जवानों ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े। अंतिम खबर आने तक संघर्ष जारी था, लेकिन इसमें किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है।
 
इस तरह की अपुष्ट खबरें भी मिली हैं कि कुछ छात्र डिग्री कॉलेज की इमारत पर इस्लामिक स्टेट के झंडे और हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी के पोस्टर लहरा रहे थे, जो पिछले साल जुलाई में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस बीच संघर्ष के मद्देनजर इलाके में दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
 
सोमवार को कश्मीर के पुलवामा के एक कॉलेज में पिछले साल मुठभेड़ में मारे गए आतंकी बुरहान वानी के पोस्टर और आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के झंडे फहराए गए। कॉलेज छात्र छत पर चढ़ गए और बुरहान वानी के पोस्टर्स लहराते हुए आजादी के नारे लगाए।
 
दरअसल, बीते शनिवार को कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर के गोजगी बाग इलाके में स्थित पॉलीटेक्निक कॉलेज में छात्रों और टीचरों के बीच झड़प हो गई थी। पिछले साल जुलाई में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत हो गई थी। इसके बाद घाटी में हिंसा काफी हिंसा हुई थी।
 
इस बीच जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 27 अप्रैल को प्रदर्शनकारियों पर सैन्य कार्रवाई के दौरान एक नागरिक के मारे जाने के विरोध में अलगाववादी नेताओं के आव्हान पर रविवार को दिनभर रही हड़ताल के बाद सोमवार को घाटी में जनजीवन सामान्य हो गया। 
 
श्रीनगर में सुबह ही दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुल गए और सभी मार्गों पर यातायात सामान्य रूप से चलने लगा। कई व्यस्त मार्गों पर जाम लगने की स्थिति भी देखी गई। इस दौरान श्रीनगर में एसपी उच्च माध्यमिक विद्यालय और एमपी उच्च माध्यमिक विद्यालय को छोड़कर सभी स्कूल खुले यद्यपि पिछले दो सप्ताह से छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच चले संघर्ष की वजह से उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रों की उपस्थिति कम ही दर्ज की गई।
 
सिविल लाइंस के साथ-साथ ऐतिहासिक लाल चौक, हरीसिंह हाई स्ट्रीट, गनीखान, रेजीडेंसी मार्ग, मौलाना आजाद मार्ग, महाराज बाजार, बाटमालू, इकबाल पार्क, डलगेट, रीगल चौक और बडशाह चौक के मुख्य बाजार में सभी दुकानें खुलीं।
 
प्रदर्शनकारी नागरिक की मौत के विरोध में रविवार को हुई हड़ताल की अगुआई अलगाववादी गुट हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (एचसी) और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) ने की थी। घाटी में दूसरी जगहों जैसे उत्तरी कश्मीर में बारामुल्ला, सोपोर, बांडीपोरा, पटन और दक्षिण कश्मीर में शोपियां, अनंतनाग और पुलवामा में भी जनजीवन सामान्य होने की खबरें आई हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति सुचारू बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवान तैनात किए गए हैं।
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