लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में मोहर्रम पर हुई हिंसक को जैसे-तैसे पुलिस शांत कर पाई है लेकिन भाजपा नेता व उत्तर प्रदेश सरकार में एक कैबिनेट मंत्री को कानपुर में होई हिंसक बहुत छोटी लगा रही है, इसीलिए उनका माना है कि ऐसी छोटी घटनाएँ तो होती रहती हैं।
कानपुर में रविवार को हुई दो हिंसक घटनाओं को लेकर जब पत्रकारों ने भाजपा नेता व सरकार में कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी से सवाल किया तो उन्होंने ने कहा की ऐसी छोटी घटनाएँ तो होती रहती हैं। इस घटना पर पुलिस को जिम्मेदार ठहराना गलत होगा, लेकिन मंदिर के अन्दर हुआ लाठीचार्ज बिलकुल गलत हुआ है।
उन्होंने रटारटाया जवाब दिया कि इस घटना की जांच में जो दोषी होगा, उस पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई की जाएगी। कैबिनेट मंत्री का ये अपना मत है लेकिन कानपुर के निवासियों का कहना है कि रविवार को हुई दो हिंसक घटनाओं के पीछे जिलाधिकारी के साथ कानपुर पुलिस की बड़ी नाकामयाबी रही है। जिलाधिकारी के साथ कानपुर पुलिस फेल साबित हुए हैं।
क्या था पूरा मामला : कानपुर में थाना कल्यानपुर के अन्तर्गत रावतपुर में हुए बवाल को पुलिस जैसे तैसे शान्त कर ही पाई थी कि रविवार को देर शाम कानपुर के थाना जूही के अन्तर्गत जूही परमपुरवा में मोहर्रम का जुलूस दूसरे रास्ते से निकालने के विरोध में पथराव और आगजनी हो गई।
पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें भगाने के लिए रबर बुलेट चलाई। घटना के पीछे मुख्य विवाद नए रूट से मोहर्रम का जुलूस निकालना बताया जा रहा है, जिसे लेकर एक पक्ष पुलिस से उलझ गया। सामने के एक मकान से पुलिस पर और दूसरे पक्ष पर पथराव किया गया तो लोग भड़क गए।
इसके बाद दोनों पक्षों की और से जबरदस्त पथराव हुआ। जिस मकान से पथराव किया गया था, उसमें आग लगा दी गई । इस बीच भीड़ ने एक वैन और कई बाइकों को आग के हवाले कर दिया। देखते-देखते पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया और दोनों तरफ से भारी भीड़ सड़क पर आ गई।
भीड़ के आगे पुलिस केवल मूक दर्शक बनी रही। भीड़ ने पुलिस की जीप तोड़ डाली और परमपुरवा चौकी में भी घुसकर तोड़फोड़ की। डीआईजी समेत तमाम पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे, तब जाकर स्थिति को नियंत्रण में कर पाए। पथराव और आगजनी में एसपी साउथ और एक दरोगा समेत 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए।