कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंचे प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने वेबदुनिया से बातचीत के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ नहीं महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है, जिसको लेकर प्रदेश सरकार महाकुंभ की तैयारियों को लेकर कोई भी कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
इसके चलते सरकार की योजना है कि कोई भी व्यक्ति महाकुंभ आयोजन में सम्मिलित होने से छूट न जाए जिसके चलते सरकार गांव से लेकर हर ब्लॉक से कुंभ के महाआयोजन में जोड़ने के लिए 5500 बसों को कुंभ मेले के लिए लगाया गया है और 500 बसें प्रयागराज में महाकुंभ आयोजन के दौरान लगाई गई हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य सिर्फ यह है कि देशभर के श्रद्धालु आसानी से ऐतिहासिक महाकुंभ में भाग ले सकें।
परिवहन मंत्री सिंह ने कहा है कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि अगले दो से तीन साल में प्रत्येक गांव जहां तक सड़क जाती है, उसे बस सेवा से जोड़ा जाएगा। मंत्री ने कहा कि प्रयागराज में कुंभ मेले में श्रद्धालुओं के लिए जो बसें चलाई जानी हैं वह बसें पांच किमी पहले तक संचालित होंगी। हालांकि बसों का संचालन संगम तक होगा।
मंत्री ने बताया कि इसके साथ ही पिंक और इको फ्रेंडली बसों का भी कानपुर के झकरकटी बस अड्डे से जल्द संचालन होगा। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण पर कहा कि इसको लेकर पूरे प्रदेश में सीएनजी बसें चलाए जाने का प्लान है और 250 नई सीएनजी बसें उतार दी गई है।
सत्ता विरोधी लहर से भाजपा हारी : जब परिवहन मंत्री से पूछा गया कि उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा का गठबंधन हो गया है और तीन प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार बन गई है, ऐसे में भाजपा कैसे वापसी करेगी। इस पर मंत्री ने कहा कि तीन प्रदेशों में कांग्रेस की जीत नहीं है बल्कि वहां पर सत्ता विरोधी लहर के चलते भाजपा की हार हुई है।
उन्होंने कहा कि जब लोकसभा का चुनाव होगा तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने कोई भी नहीं टिक पाएगा। रही बात सपा और बसपा के गठबंधन की तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है और प्रदेश भाजपा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। जनता का जो रुझान लोकसभा चुनाव को लेकर मिल रहा है उससे तय है कि केन्द्र में भाजपा की ही सरकार बनेगी।