Biodata Maker

मराठा आरक्षण मुद्दा, जालना के अंबड तालुका में कर्फ्यू

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 26 फ़रवरी 2024 (12:27 IST)
Maratha reservation issue of Maharashtra: कार्यकर्ता मनोज जरांगे द्वारा मराठा आरक्षण के लिए चलाए जा रहे आंदोलन के मद्देनजर कानून-व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के जालना जिले के अंबड तालुका में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
 
जालना के जिलाधिकारी श्रीकृष्ण पांचाल ने आदेश में कहा कि जरांगे ने रविवार को घोषणा की कि वह मुंबई जाएंगे और मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की अपनी मांग को लेकर आंदोलन करेंगे। इसमें कहा गया है कि ऐसी आशंका है कि लोग उन्हें (मुंबई जाने से) रोकने के लिए जालना के अंतरवाली सरती गांव में आ सकते हैं, जहां कार्यकर्ता भूख हड़ताल कर रहे हैं।
ALSO READ: Maharashtra : मुझे मारना चाहते हैं फडणवीस, मराठा आरक्षण कार्यकर्ता जरांगे का उप मुख्यमंत्री पर बड़ा आरोप
अगले आदेश तक रहेगा कर्फ्यू : आदेश में कहा गया है कि भारी भीड़ के कारण धुले-मुंबई राजमार्ग और आसपास के अन्य इलाकों पर यातायात प्रभावित होने की आशंका है। आदेश में कहा गया है कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सोमवार आधी रात से अगले आदेश तक अंबड तालुका में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
 
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, राष्ट्रीय राजमार्गों पर आवाजाही, दूध वितरण, मीडिया और अस्पतालों को इस आदेश से छूट दी गई है। जरांगे रविवार की रात अंतरवाली सरती से रवाना होकर पास के भांबेरी गांव पहुंचे। हालांकि, सोमवार सुबह प्रदर्शनकारी कार्यकर्ता अंतरवाली सरती लौट आए और चिकित्सा उपचार लेना शुरू कर दिया।
शिंदे फडणवीस की नहीं सुनें : मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की बात नहीं सुननी चाहिए और बताना चाहिए कि कुनबी मराठों के ‘सगे संबंधियों’ पर अधिसूचना क्यों लागू नहीं की जा रही है।
ALSO READ: महाराष्ट्र विधानसभा में 10 प्रतिशत मराठा आरक्षण विधेयक पास, CM शिंदे बोले, मेरी कसम पूरी हुई
जरांगे ने रविवार देर रात यह टिप्पणी तब की जब मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि कार्यकर्ता को उनकी सरकार के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। जरांगे ने रविवार को जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में आरोप लगाया कि फडणवीस उनकी ‘हत्या करने’ की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह मुंबई तक मार्च करेंगे और उपमुख्यमंत्री के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
 
जरांगे का सनसनीखेज दावा : उन्होंने यह भी दावा किया था कि उन्हें ‘सेलाइन’ के जरिए जहर देने की कोशिश की गई थी, हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया। जरांगे बाद में अंतरवाली सरती से चले गए और मुंबई जाते समय छत्रपति संभाजीनगर के भांबेरी गांव में रुके। मुख्यमंत्री की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर जरांगे ने कहा कि मैंने इन्हें सुना नहीं है, लेकिन उन्हें बताना चाहिए कि (मराठों के) रिश्तेदारों के आरक्षण की अधिसूचना क्यों लागू नहीं की गई। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अमेरिका ने फिर खेला भारत के साथ खेल- कहा- ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को बड़ी सैन्य कामयाबी, पहलगाम हमले को बताया विद्रोही हमला

SIR पर संग्राम, ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को प्रक्रिया रोकने को क्यों कहा

नीतीश कुमार ने रचा कीर्तिमान, सबसे लंबे समय तक मुख्‍यमंत्री रहने का रिकॉर्ड तो किसी और के नाम है दर्ज

किसी बच्चे को मेरी तरह न झेलना पड़े, जीने की इच्छा खो बैठा हूं, ट्रेन के आगे कूदा 10वीं का छात्र, सुसाइड नोट में दिल दहलाने वाली बातें

Al-Falah University कैसे बनी आतंक का अड्डा, पढिए अब तक क्या क्या हुआ

सभी देखें

नवीनतम

karnataka : कांग्रेस में फिर उठापटक, क्या खतरे में CM सिद्धारमैया की कुर्सी, शिवकुमार खेमे के 10 विधायकों ने दिल्ली में डाला डेरा

1000 करोड़ के साइबर फ्रॉड का खुलासा, दिल्ली पुलिस ने 48 घंटे चलाया ऑपरेशन 'साइबर हॉक', 700 से ज्यादा स्कैमर गिरफ्त में

नक्सली मुठभेड़ में शहीद आशीष शर्मा की अर्थी को CM डॉ. मोहन यादव ने दिया कांधा, परिजन को 1 करोड़ देने और भाई को SI बनाने का ऐलान

FSSAI का बड़ा आदेश- ‘ORS’ नाम से बिक रहे फर्जी इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक्स तुरंत हटाने के निर्देश

ग़ाज़ा : विस्थापितों को करना पड़ रहा है अपनी 'गरिमा की मौत' का सामना

अगला लेख