सास ने गुर्दा देकर बचाई पुत्रवधू की जान

Webdunia
शनिवार, 4 जुलाई 2015 (14:01 IST)
नई दिल्ली। दिल को छू जाने वाली एक घटना में एक सास ने अपना एक गुर्दा देकर अपनी पुत्रवधू की जान बचा ली जबकि उसकी मां आखिरी समय में इससे पीछे हट गई।]
 


 
पश्चिमी दिल्ली निवासी 36 वर्षीय गृहिणी कविता के गुर्दे का प्रत्यारोपण होना था और उसकी मां शुरू में अपना एक गुर्दा उसे देने के लिए तैयार थी ताकि उसकी पुत्री की जान बच जाए। यद्यपि आखिरी समय में वह पीछे हट गई और तब कविता की सास विमला (65) आगे आई और अपना एक गुर्दा देकर उसकी जान बचाई।

बीएलके सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार और नेफ्रोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. सुनील प्रकाश ने कहा कि यह कोई फिल्मी कहानी नहीं है बल्कि एक सच्ची कहानी है जिसका अंत सुखद रहा।

कविता का अस्पताल में सफल गुर्दा प्रत्यारोपण किया गया। वह ठीक है। एक सास और पु़त्रवधू के बीच ऐसा मधुर रिश्ता देखना अद्भुत है। (भाषा)

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