तेजस्वी का नीतीश पर निशाना, कहा- लड़की होने के डर से CM ने दूसरी संतान पैदा नहीं की

Webdunia
शुक्रवार, 27 नवंबर 2020 (18:32 IST)
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल में विधानसभा चुनाव के दौरान अपने धुर विरोधी लालू प्रसाद पर किए गए हमलों का जवाब उनके बेटे तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा के अंदर दिया।

यादव ने जद (यू) प्रमुख के एक भाषण पर गुस्सा जाहिर किया, जिसमें उन्होंने राजद सुप्रीमो के बड़े परिवार का जिक्र किया था और इसे प्रसाद द्वारा बेटे की चाहत में परिवार बढ़ाने से जोड़ा था।
 
यादव ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री को जानकारी होगी कि मेरे माता-पिता की सबसे छोटी संतान लड़की है जिसका जन्म दो बेटों के बाद हुआ। उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव राज्य विधानसभा के सदस्य हैं और उनकी छोटी बहन राजलक्ष्मी यादव की शादी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के परिवार में हुई है। 

यादव ने कहा कि अब हम इस तथ्य पर आते हैं कि मुख्यमंत्री को केवल एक बेटा है। हम उनकी ही बात को लेते हैं और कहते हैं कि उन्होंने इस डर से दूसरी संतान पैदा नहीं की कि वह लड़की हो सकती है। 

नवगठित विधानसभा के राज्यपाल के संबोधन पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए तेजस्वी ने कहा कि वे चुनाव के दौरान जहां ‘लोगों के मुद्दों’ पर ध्यान केंद्रित करते हैं वहीं सत्तारूढ़ राजग का ध्यान इससे इतर होता है।

यादव ने आरोप लगाए कि मैं नौकरियों की बात करता था। और मैं बिहार की जनता के सामने नतमस्तक हूं जिन्होंने हमें वोट दिया और सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने में मदद की। लेकिन विभिन्न जगहों पर तैनात दब्बू अधिकारियों ने धोखाधड़ी कर परिणामों को पलट दिया, जबकि हमें अपने वादों को पूरा करने का अवसर मिल सकता था। 
 
राजद नेता ने कहा कि लेकिन हमारे विरोधियों की दूसरी प्राथमिकताएं थीं। प्रधानमंत्री स्तर के व्यक्ति अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र कर रहे थे जिन्होंने तेजस्वी के लिए ‘जंगलराज का युवराज’शब्द का इस्तेमाल किया था।

विधानसभा में हंगामा : बिहार विधानसभा में तेजस्वी प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर की गई निजी टिप्पणी को लेकर हुए हंगामे के कारण सभा के भोजनावकाश के बाद की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान भोजनावकाश के पूर्व प्रतिपक्ष के नेता यादव ने आरोप लगाया कि वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हत्या का आरोप है। इस पर संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी ने भोजनावकाश के बाद स्पष्ट किया कि यादव जिस मामले का उल्लेख कर रहे हैं वह निचली अदालत के आदेश से खत्म हो चुका है।

इसके कुछ वर्ष बाद जब फिर इस मामले को लेकर निचली अदालत में याचिका दायर की गई तो पटना उच्च न्यायालय ने इसे खारिज कर दिया।

चौधरी ने कहा कि पटना हाईकोर्ट ने अपने आदेश में मुख्यमंत्री कुमार पर लगाए गए आरोप को निराधार और तथ्यहीन मानते हुए मामले को रद्द कर दिया। हाईकोर्ट  के इस आदेश के साथ ही कुमार के खिलाफ यह मामला पूरी तरह से समाप्त हो गया है।

यादव ने कहा कि मैं अपने बड़ों के खिलाफ खराब टिप्पणियां करना पसंद नहीं करता हूं। यह हमारे मूल्यों के खिलाफ जाता है। मैं सम्मानीय मुख्यमंत्री को अपने भाषणों में भी चाचा कहकर बुलाता हूं। उन्होंने कहा कि लेकिन बात यह है कि क्या एक मुख्यमंत्री को इस तरह की भाषा शोभा देती है। उनके इस बयान पर मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए प्रतिक्रिया दी। (भाषा)

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