नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में रायपुर के जिला कलेक्टर रहे ओपी चौधरी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से त्यागपत्र देने के बाद मंगलवार को यहां भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
वर्ष 2005 के बैच के आईएएस अधिकारी रहे चौधरी ने मुख्यमंत्री रमनसिंह की उपस्थिति में यहां भाजपा के नए कार्यालय में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से भेंट की और भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
सूत्रों के अनुसार चौधरी नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में लाए गए क्रांतिकारी बदलाव लाकर सुर्खियों में आए थे। आदिवासी बच्चों के लिए पोर्टा केबिन स्कूलों के प्रयोग में सफलता के कारण उन्हें लोक प्रशासन में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।
वह छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले हैं। कहा जा रहा है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में खरसिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं जो परंपरागत रूप से कांग्रेस की सीट रही है। बस्तर के दरभा इलाके की जीरम घाटी के एक नक्सल हमले में मारे गए कांग्रेस नेता नंद कुमार पटेल के बेटे उमेश पटेल खरसिया से विधायक हैं।
जातिगत समीकरणों में भी चौधरी का पलड़ा भारी है। वह अघरिया समुदाय से ताल्लुक रखते हैं जिसका रायगढ़ में अच्छा-खासा वर्चस्व है। इसलिए भाजपा भी चौधरी के पार्टी में आने को लाभ का सौदा मान रही है।
उल्लेखनीय है कि वेबदुनिया ने भी कुछ समय पहले संभावना जताई थी कि चौधरी जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। (वेबदुनिया/वार्ता)