राजस्थान सरकार का फैसला, कक्षा 6 से 8 तक विद्यार्थी 8 फरवरी से स्कूल जा सकेंगे

Webdunia
सोमवार, 1 फ़रवरी 2021 (09:22 IST)
जयपुर। राजस्थान सरकार ने इसी 8 फरवरी से स्कूलों को कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों और कॉलेजों को स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष और स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए कोविड-19 प्रोटोकाल शर्तों के सख्ती से पालन के साथ खोलने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही सभी सिनेमा हॉल, थिएटर और स्विमिंग पूल आदि भी खुल सकेंगे। सामाजिक एवं अन्य आयोजनों में 200 लोगों तक उपस्थिति की छूट होगी।
 
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आने और स्थिति के नियंत्रण में रहने के दृष्टिगत समीक्षा बैठक में ये महत्वपूर्ण निर्णय लिए। बैठक में पटाखों की दुकानों तथा विभिन्न धर्मों के मेलों के आयोजन के विषय में पूर्व में लगाए गए प्रतिबंधों में शिथिलता देने के लिए नए दिशा-निर्देश तैयार करने का भी निर्णय लिया गया।
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गहलोत ने अधिकारियों को स्कूलों-कॉलेजों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ने पर संक्रमण को रोकने के लिए प्रोटोकाल पालन के प्रति अधिक सजग रहने के निर्देश देते कहा कि स्कूलों को कक्षा 9 से 12 तक विद्यार्थियों की तरह कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों के लिए भी 50 प्रतिशत उपस्थिति सहित हेल्थ प्रोटोकाल के पूर्ण पालन की शर्त के साथ ही खोलने की अनुमति होगी।
 
इसी प्रकार कॉलेजों के लिए भी अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के संबंध में पूर्व में लागू 50 प्रतिशत उपस्थिति सहित अन्य शर्तें प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के लिए विद्यार्थियों के लिए लागू होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिनेमा, थिऐटर, मल्टीप्लेक्स आदि को कुल क्षमता की 50 प्रतिशत सीटों तक ही खोलने की अनुमति होगी। उन्होंने अधिकारियों को केंद्र सरकार द्वारा कुंभ मेले के लिए जारी दिशा-निर्देशों (एसओपी) के अनुरूप ही प्रदेश में आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक मेलों के लिए नए एसओपी जारी करने के निर्देश दिए।
 
मुख्यमंत्री ने राजस्थान में स्वास्थ्यकर्मियों के कोविड-19 टीकाकरण अभियान में और अधिक तेजी लाकर लक्ष्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश देते कहा कि कुछ जिलों में टीकाकरण अभियान का संचालन बेहतरीन है, लेकिन जयपुर एवं जोधपुर सहित कई जिलों में अभियान की गति धीमी है। टीका पूरी तरह सुरक्षित है और देशभर में लाखों स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया गया है। 
 
इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर, शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी उपस्थित थे। (भाषा)

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