कोलकाता। शारदा चिटफंड घोटाला मामलों की जांच कर रही सीबीआई की टीम के जिन 5 अधिकारियों को रविवार को कोलकाता पुलिस ने हिरासत में लिया था, उन्हें देर शाम रिहा कर दिया गया। सीबीआई की टीम कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने गई थी। पिछले कई घंटों से यहां संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि वे तब तक धरना देंगी, जब तक कि यह मामला सुलझ नहीं जाता।
ममता बनर्जी की प्रेस कांन्फ्रेंस : ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बंगाल दौरे के बाद सीबीआई एक्शन में आई है। यहां पर इमरजेंसी से भी बुरे हालात हैं। ममता ने आरोप लगाया कि सीबीआई को मोदी ने कहा है कि कुछ भी करो। मैंने बहुत अपमान बर्दाश्त किया है। यह सब अजीत डोभाल के इशारे पर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने चिटफंड के आरोपियों का गिरफ्तार किया था। अब तक इस मामले में 6 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हमने एसआईटी का भी गठन किया था।
ममता ने यह भी आरोप लगाया कि सीबीआई के माध्यम से हमें डराया जा रहा है। कमिश्नर राजीव कुमार दुनिया के सबसे बेहतरीन अफसर हैं। मेरा काम सबको सुरक्षा देना है। सीबीआई की हिम्मत कैसे हुई बिना वारंट आने की।
मोदी और अमित शाह हमें परेशान कर रहे हैं। वे लोग हमारे साथ बदले की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें मोदी के खिलाफ एक होना होगा। मोदी हटाओ, देश बचाओ। ममता ने कहा कि संघीय ढाचे और संविधान पर हमला किया जा रहा है। जब तक मोदी हटेंगे नहीं मैं चुप नहीं बैठूंगी। मेट्रो चैनल के सामने मैं धरने पर बैठूंगी।
इससे पूर्व सीबीआई अधिकारियों को कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास के बाहर रोका गया। सीबीआई के कुछ अधिकारियों को कोलकाता पुलिस कमिश्नर के आवास के बाहर से जबरन पुलिस स्टेशन ले जाया गया है।
सीबीआई से टकराव के हालात के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के पुलिस आयुक्त के आवास पर पहुंचीं। इस बीच पुलिस ने कोलकाता में सीबीआई के दफ्तर को ही पुलिस ने घेर लिया।
सनद रहे कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार शारदा चिटफंड घोटाले के आरोपी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने शारदा चिटफंड घोटाले की जांच करने के लिए सीबीआई को कहा था। इस जांच के लिए ही सीबीआई के अधिकारी पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंचे थे, जो इस घोटाले के आरोपी हैं।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करके कहा कि सीबीआई के अधिकारी जो निष्पक्ष जांच करना चाहते हैं, उन्हें ममता बनर्जी रोक रही हैं। उन्हें न तो सुप्रीम कोर्ट का, केंद्र सरकार का, सीबीआई का डर है। इस पूरे नाटकीय घटनाक्रम को पूरा देश देख रहा है।
देश में अपने किस्म का यह पहला मौका है, जब सीबीआई के अधिकारी किसी भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ करने पहुंचे और खुद ही उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना था कि बिना सर्च वारंट के सीबीआई अधिकारी पहुंचे थे। रात करीब पौने 9 बजे इन अधिकारियों को रिहा कर दिया गया। कोलकाता में जिस सीबीआई हेडक्वार्टर को पुलिस ने घेरा था, वहां से भी पुलिस हट गई है। फिलहाल यहां पर सीआरपीएफ के जवान तैनात हो गए हैं।