Dharma Sangrah

बलात्कारियों को मिले फांसी, संविधान में करो बदलाव- शिवराज सिंह

जीतेन्द्र वर्मा
गुरुवार, 12 जनवरी 2017 (11:43 IST)
होशंगाबाद। नर्मदा सेवा यात्रा लेकर सांडिया घाट पहुंचे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मासूम बेटियों से बलात्कार करने वाले पिशाचों को फांसी पर लटका देने की मांग की।
उन्होंने मंच से कहा कि देश विचार करे व भारत की संसद फैसला करे कि बलात्कारियों को फांसी की सजा मिले। इसके लिए उन्होंने सभी राजनीतिक दलों, संतों व समाजसेवियों से संविधान में संशोधन करने की मांग की। 
 
उन्होंने मार्च से नर्मदा तटों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा भी की। शिवराज सिंह नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से खंभात की खाड़ी तक नर्मदा सेवा यात्रा निकालकर नदी की सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं।

देखें वीडियो...
शिवराज ने नर्मदा किनारे हो रहे अवैध उत्खनन को भी रोकने के मंच से ही कलेक्टर को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर खदानों पर मशीनों से उत्खनन होता मिले तो मशीन और डम्पर जब्त कर उन्हें राजसात कर दो व ये वापस नहीं मिलना चाहिए। 
 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि यूपी, बिहार व गुजरात में शराब बिक्री से 4 गुना आमदनी हो गई। केवल नशाबंदी करने से ये नहीं होगा। मैं मध्यप्रदेश को उसी दिशा में ले जाऊंगा। पहले नर्मदा तट शराबमुक्त होंगे। नशामुक्ति अभियान चलाकर इसको नेस्तनाबूत कर दूंगा। धीरे-धीरे मध्यप्रदेश से नशे का कलंक मिटा देंगे।

Tejas Mk-1 : अचानक तेजस को क्या हुआ जो क्रैश हो गया, कैसे हुआ हादसा, कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश

नीतीश कुमार मुख्‍यमंत्री तो बने पर ताकत कम हुई, गृह मंत्रालय अब भाजपा के पास

Labor Code : देश में 4 नए लेबर कोड लागू, समय पर सैलरी और मिनिमम वेतन देना होगा

Samsung Galaxy Tab A11 कब होगा लॉन्च, क्या रहेगी कीमत, जानिए सब कुछ

Maharashtra : शिक्षक के उत्पीड़न से परेशान छात्रा छत से कूदी, ट्रेन में मराठी नहीं बोलने पर पिटाई तो छात्र ने लगा ली फांसी

Tejas jet crashes : कौन थे दुबई एयर शो में जान गंवाने वाले पायलट? सामने आया आखिरी वीडियो

PM मोदी का दक्षिण अफ्रीका में महिलाओं ने किया साष्टांग स्वागत, जानिए क्या है अफ्रीकी संस्कृति

आधी आबादी बढ़ेगी तो समाज बढ़ेगा : सीएम योगी

भारत का लॉजिस्टिक्स पॉवर हाउस' बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेश

सीएम योगी की पहल से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में एआई बनी संजीवनी

अगला लेख