चंडीगढ़। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोतसिंह सिद्धू ने अमरिंदरसिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे फूंके हुए कारतूस और राज्य की राजनीति के जयचंद हैं। दोनों नेताओं के बीच ट्विटर पर भिडंत देखने को मिली। अमरिंदर सिंह ने कहा कि अगर सिद्धू प्रदेश कांग्रेस को बर्बाद करने पर आमादा हैं तो वह उनके काम को आसान बना रहे हैं।
अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि वे एक नई पार्टी बना रहे हैं और इसके नाम व चुनाव चिह्न को निर्वाचन आयोग की मंजूरी मिल जाने पर वे इसकी घोषणा करेंगे। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कई लोग उनसे संपर्क में हैं। सिंह ने पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
सिद्धू ने पूर्व मुख्यमंत्री को जयचंद करार देते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री के तौर पर भाजपा तथा अकाली दल के साथ मिले हुए थे। उन्होंने ट्वीट किया कि क्या आपको सुशासन के कारण बड़े बेआबरू होकर हटना पड़ा?...आपको पंजाब के राजनीतिक इतिहास के जयचंद के रूप में याद किया जाएगा। आप निश्चित तौर पर एक फूंके हुए कारतूस हैं।
सिद्धू ने सवाल किया कि क्या यह तुच्छ बात थी कि आपको जवाबदेह ठहराने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया? विधायक आपके खिलाफ क्यों थे? क्योंकि हर कोई जानता था कि आप बादल परिवार से मिले हुए हैं। आप मुझे हराना चाहते हैं। क्या आप पंजाब को जिताना चाहते थे?
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने पहले भी अपनी पार्टी बनाई थी और चुनाव लड़ने पर उन्हें सिर्फ 856 वोट मिले। इस पर जवाब देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू, बेवकूफी भरी बातें करना आपकी आदत हो गई है।
आप जिन 856 वोटों का मजाक बना रहे हैं वो मुझे खरड़ (क्षेत्र) से नामांकन वापस लेने के बाद मिले थे क्योंकि मैं समाना से निर्विरोध जीत गया था। इसमें क्या बात है या फिर आपको बात समझ नहीं आती। उन्होंने यह भी कहा कि सिद्धू को उन पर हमला करने में समय जाया करने की बजाय अपने काम पर ध्यान देना चाहिए।
कल शाह से करेंगे मुलाकात : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरूद्ध किसानों के वर्तमान आंदोलन के संभावित समाधान पर चर्चा करने के लिए वह बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। सिंह ने कहा कि वह कुछ कृषि विशेषज्ञों के साथ शाह से मिलेंगे।
उन्होंने यहां मीडिया से कहा कि कल मैं गृहमंत्री शाह से मिलने जा रहा हूं और मेरे साथ 25-30 लोग जायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह एक राजनीतिक दल शुरू करने की दहलीज पर हैं तथा जैसे ही चुनाव आयोग से नाम एवं निशान की मंजूरी मिल जाती है, वह दल की घोषणा कर देंगे।
सिंह ने कहा कि मैं समझता हूं कि मैं समाधान तलाशने में मदद कर सकता हूं क्योंकि मैं पंजाब का मुख्यमंत्री रहा हूं एवं कृषक भी हूं। उन्होंने कहा कि वे किसानों के मुद्दों पर केंद्रीय गृहमंत्री से तीन बार मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो किसान आंदोलन के समाधान का पहले से तय फार्मूला नहीं हो सकता लेकिन बातचीत से कुछ निकलकर सामने आयेगा क्योंकि दोनों ही पक्ष - केंद्र सरकार एवं किसान - कृषि कानूनों से उत्पन्न संकट का हल चाहते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर उन्होंने किसी किसान नेता के साथ बैठक नहीं की है। उन्होंने कहा कि मैने इस मामले में जानबूझकर दखलंदाजी नहीं की क्योंकि किसान नहीं चाहते हैं कि नेता इसमें शामिल हों।
उन्होंने कहा कि किसान नेताओं की केंद्र के साथ चार बैठकें बेनतीजा रही हैं लेकिन अनौपचारिक वार्ता चल रही है। सिंह कह चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी के साथ सीटों का जो भी संभवित समझौता होगा वह किसानों के हित में उनके मुद्दों के हल पर आधारित होगा।