Manipur: चुराचांदपुर जिले में हालात अब भी तनावपूर्ण, स्कूल और बाजार बंद

चुराचांदपुर शहर में मुख्य रूप से जोमी समुदाय के लोग रहते हैं, जबकि कुछ इलाकों में हमार और कुकी समुदाय के लोग भी बसे हुए हैं।

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 20 मार्च 2025 (12:49 IST)
Manipur Tension : मणिपुर के चुराचांदपुर (Churachandpur) जिले में गुरुवार को भी हालात के तनावपूर्ण रहने के मद्देनजर स्कूल और बाजार बंद रहे। पुलिस के अनुसार 2 दिन पहले 'हमार' और 'जोमी' समुदायों के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। चुराचांदपुर में कर्फ्यू (Curfew) लगाया गया है।
 
एक अधिकारी ने बताया कि जिले में स्कूल और बाजार बंद रहे और चर्च प्रमुखों एवं नागरिक संगठनों ने शांति बहाल करने के प्रयास किए। सुरक्षाबलों ने बुधवार रात 'फ्लैग मार्च' किए ताकि हिंसा की और घटनाएं नहीं हों। जिले में मंगलवार रात हुई झड़प में हमार समुदाय के 51 वर्षीय लालरोपुई पाखुआंगते की गोली लगने से मौत हो गई थी। उसे 'सिएलमेट क्रिश्चियन' अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।ALSO READ: Tension in manipur: मणिपुर में फिर तनाव, जनजाति नेता पर हमले के बाद‍ बिगड़ी स्थिति
 
हमार इनपुई महासचिव रिचर्ड हमार पर रविवार को जोमी समुदाय के लोगों ने हमला किया था जिसके कारण हिंसा भड़क उठी और अगले दिन कर्फ्यू लगा दिया गया। इस बीच राहत शिविरों में रह रहे कुकी समुदाय के कई विस्थापित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।
 
चुराचांदपुर शहर में मुख्य रूप से जोमी समुदाय के लोग रहते हैं, जबकि कुछ इलाकों में हमार और कुकी समुदाय के लोग भी बसे हुए हैं। छात्र संगठन द्वारा बुधवार को जिले में बंद का आह्वान किए जाने के कुछ घंटों बाद कई विधायकों और जनजातीय संगठनों ने शांति की अपील की।ALSO READ: मणिपुर में सड़क दुर्घटना में BSF के 3 जवानों की मौत, 13 अन्य जवान घायल
 
एक संयुक्त बयान में, चुराचांदपुर जिले में सक्रिय कम से कम 12 कुकी-जोमी और हमार संगठनों ने समुदायों के बीच शांति का आह्वान किया है और स्थिति पर नजर रखने एवं भविष्य में गलतफहमियों को रोकने के लिए एक संयुक्त शांति समिति बनाने पर सहमति जताई है।
 
चुराचांदपुर और फेरजावल जिले के 6 विधायकों ने भी शांति और सद्भाव के लिए संयुक्त रूप से एक अपील जारी की तथा प्रशासन से कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया। मणिपुर में मई 2023 से मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच जारी जातीय हिंसा में 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
 
मुख्यमंत्री पद से एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र ने 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था और राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया था। विधानसभा का कार्यकाल 2027 तक था।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Weather Update : हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बादल फटने से मची तबाही, हल्द्वानी में नहर में गिरी कार, वायनाड में बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी

TTP के हमले में विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ने वाले पाक मेजर की मौत, फिर सामने आई आतंकीस्तान की सचाई

CBSE का बड़ा निर्णय, साल में 2 बार होंगी class 10 एक्जाम, पहली बार फरवरी तो दूसरी बार मई में एग्जाम

RBI ने कॉल मनी के लिए बाजार समय 1 जुलाई से 2 घंटे बढ़ाया, सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक होगा कार्यकाल

फ्रांस की महिला पर्यटक के साथ उदयपुर में बलात्कार, यौन उत्पीड़न के मामले में अमेरिका ने पर्यटकों को किया था आगाह

सभी देखें

नवीनतम

गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां की हत्या, बाइक सवार हमलावरों ने मारी गोली

एयर इंडिया हादसे का हवाई यात्रा पर पड़ा है भारी असर

LIVE: अमित शाह ने की भगवान जगन्नाथ की आरती, रथयात्रा में पहली बार NSG कमांडो

चीनी रक्षा मंत्री से मिले राजनाथ, गिफ्ट की मधुबनी पेंटिंग, इन मुद्दों पर हु्ई बात

Weather Update: पहाड़ों पर जोरदार बारिश और भूस्खलन से हाहाकार, आईएमडी का भारी बारिश का अलर्ट

अगला लेख