तेजस्वी का नए आरक्षण कानून को लेकर नीतीश को पत्र, सरकार पर लगाया टालमटोल का आरोप

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 5 जून 2025 (15:27 IST)
Tejashwi wrote a letter to Nitish Kumar: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को पत्र लिखकर राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की ताकि समाज के कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण (reservation) बढ़ाकर 85 फीसदी करने के लिए नए विधेयक पेश किए जा सकें। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने यह पत्र सोशल मीडिया पर साझा किया। पत्र में उन्होंने नीतीश सरकार पर इस मुद्दे पर जानबूझकर टालमटोल करने का आरोप लगाया।ALSO READ: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और खान सर की मजेदार बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल
 
तेजस्वी ने आरक्षण बढ़ाकर 75 फीसदी कर दिया था : तेजस्वी जब बिहार के उपमुख्यमंत्री थे, तब राज्य में कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण बढ़ाकर 75 फीसदी कर दिया गया था। राजद नेता ने कहा है कि नए विधेयकों को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने के लिए तत्काल केंद्र के पास भेजा जाना चाहिए। तेजस्वी ने याद दिलाया कि 2023 में पारित पिछले कानून को पटना उच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया था। उच्च न्यायालय का कहना ​​था कि आरक्षण में वृद्धि किसी वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर नहीं की गई थी, जो इस तरह की आवश्यकता को उजागर करे।ALSO READ: लालू यादव ने तेजस्वी के बेटे का नाम रखा इराज, क्या है इसका हनुमानजी से कनेक्शन?
 
तमिलनाडु में 69 फीसदी आरक्षण लागू है : बिहार में आरक्षण में वृद्धि जाति सर्वेक्षण के आधार पर की गई थी जिसमें 1931 की जनगणना की तुलना में राज्य में दलितों और पिछड़े वर्गों की आबादी में वृद्धि दिखाई गई थी। तेजस्वी ने तमिलनाडु का उदाहरण दिया, जहां 69 फीसदी आरक्षण लागू है। उन्होंने कहा कि बिहार भी अपने आरक्षण कानूनों को 9वीं अनुसूची में शामिल कराकर उन्हें न्यायिक हस्तक्षेप से सुरक्षित रख सकता है।
 
राजद नेता ने नए विधेयकों का मसौदा तैयार करने के लिए एक सर्वदलीय समिति गठित करने और उसके बाद इन्हें पारित कराने के वास्ते विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। उन्होंने बिहार की सत्ता में भागीदार और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरक्षण का विरोध करने का आरोप लगाया तथा इस कथित दृष्टिकोण के लिए आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की विचारधारा को जिम्मेदार ठहराया। तेजस्वी ने यह मांग राज्य में इस साल के अंत में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों से पहले उठाई है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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