नई दिल्ली। सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुई उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उनके वकील की हालत मंगलवार तीसरे दिन भी स्थिर बनी रही। पीड़िता अब भी वेंटीलेटर पर है।
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ संदीप तिवारी ने बताया कि 'पीड़िता को मल्टीपल फ्रैक्चर है, साथ ही सीने में भी चोट है। उसका सीटी स्कैन कराया गया है। सिर में कोई चोट होने का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पीड़िता की हालत स्थिर है और डॉक्टरों की टीम 24 घंटे उसकी निगरानी कर रही है। अब भी वह वेंटीलेटर पर है।'
उन्होंने बताया कि हादसे में घायल वकील महेंद्र सिंह को आज दिन में कुछ देर के लिए वेंटीलेटर से हटाया गया था, इस दौरान उनकी हालत स्थिर रही। बाद में फिर उन्हें वेंटीलेटर पर डाल दिया गया।
इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाने के बारे में एक सवाल के जवाब में डॉ तिवारी ने कहा जरूरत पड़ने पर शहर के दूसरे अस्पतालों, संजय गांधी पीजीआई और लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों को भी बुलाया जा सकता है।
सीबीआई करेगी जांच : केंद्र सरकार ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की सड़क दुर्घटना की जांच का जिम्मा मंगलवार को सीबीआई को सौंप दिया। उत्तरप्रदेश के रायबरेली में एक बेकाबू ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी थी, जिससे उसमें सवार पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि उसकी दो रिश्तेदारों की मौत हो गई।
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के एक आदेश में कहा गया है कि दुर्घटना के लिए ‘उकसाने और इसकी साजिश’ की जांच के लिए यह मामला एजेंसी को सौंप दिया गया है। युवती ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। सीबीआई दुष्कर्म मामले की पहले से जांच कर रही है।
रविवार को रायबरेली में तेज गति से जा रहे ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी, जिसमें युवती, उसकी रिश्तेदार और वकील सवार थे।
उत्तरप्रदेश पुलिस ने दुर्घटना मामले में सोमवार को सेंगर और 9 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। उत्तरप्रदेश के बांगरमऊ से 4 बार के विधायक सेंगर को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था।
भाजपा विधायक पर मामला दर्ज : रायबरेली पुलिस इस मामले में सोमवार को आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत दस लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 302 (हत्या),307(जानलेवा हमला), 506 (जान से मारने की धमकी) और 120 बी (आपराधिक षडयंत्र) के तहत मामला दर्ज कर चुकी है। सेंगर के खिलाफ सीबीआई पहले ही पीडिता के साथ सामूहिक बलात्कार किए जाने के मामले की जांच कर रही है जबकि इस बार उसके खिलाफ पीड़िता को सड़क हादसे में जान से मारने के मामले की जांच की जायेगी।