मुरैना (मध्यप्रदेश)। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में आरोपी 27 वर्षीय छात्र प्रवीण यादव ने बुधवार को फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
छात्र के परिजन रामकुमार यादव ने कहा कि प्रवीण की मौत के लिए अधिकारी और नेता जिम्मेदार हैं। उसे पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित किया जाता था। मृतक छात्र अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008-09 पीएमटी परीक्षा में चिकित्सा पाठ्यक्रम के लिए चयनित हुए महाराजपुर निवासी प्रवीण यादव को व्यापमं घोटाले में वर्ष 2012-13 में एसटीएफ द्वारा आरोपी बनाया गया था।
परिजन का कहना है कि व्यापमं घोटाले में आरोपी बनने के बाद से प्रवीण लगातार जबलपुर उच्च न्यायालय में पेशी पर हाजिर हो रहा था, साथ ही उसको लगातार सीबीआई भोपाल द्वारा भी बयानों और पूछताछ के लिए बुलाया जाता था जिससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान चल रहा था। इसके अलावा प्रवीण बेरोजगार भी था। इन सभी संयुक्त कारणों से परेशान होकर उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
थाना प्रभारी सिविल लाइन अजय चानना ने बताया कि प्रवीण 2008-09 पीएमटी में चयनित हुआ था और 2012 में इसका नाम इस घोटाले में आया। पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। (भाषा)