सावधान, इस्तेमाल करने योग्य भी नहीं है इस नदी का पानी...

Webdunia
गुरुवार, 7 दिसंबर 2017 (08:36 IST)
इटानगर। अरुणाचल प्रदेश में सियांग नदी का पानी इस्तेमाल के योग्य नहीं है जो कि मैला बन गया है। यह बात ‘स्टेट वाटर क्वालिटी टेस्टिंग लेबोरेटरी’ ने एक रिपोर्ट में कही है।
 
यह नदी तिब्बती पठार में यारलुंग सांगपो के तौर पर बहने के बाद भारत में प्रवेश करती है। यह अरुणाचल प्रदेश में करीब 230 किलोमीटर तक बहने के बाद पासीघाट पहुंचती है और लोहित और दिबांग में मिलकर असम में ब्रह्मपुत्र नदी बन जाती है।
 
अरुणाचल प्रदेश के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं जलापूर्ति (स्वच्छता) विभाग के तहत आने वाली प्रयोगशाला ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सियांग नदी का पानी मानव उपयोग योग्य नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पानी का नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट (एनटीयू) 482 है जबकि लौह स्तर 1.65 मिलीग्राम प्रति लीटर है जो कि अनुमेय सीमा से अधिक है।
 
एक आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि नदी के पानी का नमूना जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता टामो जामोह ने 29 नवम्बर को प्रयोगशाला में भेजा था। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख