योगी आदित्यनाथ नाराज, अधिकारियों को दिए यह निर्देश

Webdunia
शनिवार, 3 जून 2017 (13:55 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों की मनमर्जी से खासे नाराज हैं। उन्होंने शनिवार को अधिकारियों से कहा है कि उनके राज्य के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण के दौरान कोई विशेष इंतजाम नहीं किया जाए।
 
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्राओं, निरीक्षण और अन्य कार्यक्रमों के दौरान मेरे लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की जानी चाहिए .. हम जमीन पर बैठने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता का सम्मान वस्तुत: मुख्यमंत्री का सम्मान है।
 
मुख्यमंत्री के हाल के देवरिया दौरे को लेकर काफी विवाद हुआ था। योगी बीएसएफ के शहीद हेड कांस्टेबल प्रेम सागर के घर गए थे। मुख्यमंत्री के आने से पहले घर पर विंडो एसी, सोफा और कालीन बिछाये जाने की खबर सुर्खियां बनी थीं।
 
सागर के परिवार वालों ने कहा कि जैसे ही मुख्यमंत्री मिलकर गए, एसी, सोफा और कालीन हटा लिए गए। सागर के भाई के हवाले से खबर आई, 'अधिकारियों ने एसी, कालीन और सोफा हटा दिया।' हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया या टिप्पणी नहीं आई।
 
कुशीनगर से भी खबर आई कि प्रशासन ने मुख्यमंत्री के दौरे से पहले अनुसूचित जाति के मुसहर समुदाय के लोगों को साबुन और शैम्पू बांटे थे और मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उनसे नहा धोकर आने के लिए कहा था। (भाषा) 
Show comments

जरूर पढ़ें

फेंगल तूफान : क्रैश होने से बचा विमान, पायलट ने सूझबूझ से बचाई यात्रियों की जान, रोंगटे खड़े करने वाला Video

Maharashtra CM : कौन होगा महाराष्ट्र का सीएम, BJP के वरिष्ठ नेता ने कर दिया खुलासा

Waqf Bill : वक्फ की कितनी संपत्तियों पर है कब्जा, संसदीय समिति ने राज्यों से मांगा ब्योरा, सच्चर कमेटी का दिया हवाला

Sambhal Violence : संभल हिंसा की जांच शुरू, न्यायिक आयोग की टीम ने किया जामा मस्जिद का दौरा

जनसंख्या गिरावट से मोहन भागवत चिंतित, बताया कैसे नष्‍ट होता है समाज?

सभी देखें

नवीनतम

किसानों का दिल्ली कूच : दिल्ली-नोएडा आने-जाने वाले ध्यान दें, बॉर्डर पर लगा भीषण जाम

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को जान से मारने की धमकी

मोदी सरकार के जनसंख्या नियंत्रण कानून पर संघ प्रमुख मोहन भागवत का ब्रेक?

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की प्रेशर पॉलिटिक्स असल वजह

पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी, फेंगल के गुजरने के बाद कैसा है दक्षिण भारत में मौसम?

अगला लेख