शराब कारोबारी पॉन्टी चड्ढा की हत्या सुखदेवसिंह नामधारी ने काले धन के रूप में पॉन्टी से मिले 200 करोड़ रुपए को हड़पने के लिए की थी। पॉन्टी और उनके भाई की 17 नवंबर को छतरपुर में हुए शूटआउट में जान चली गई थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया में पुलिस सूत्रों के हवाले से छपी खबर के अनुसार उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष पद से बर्खास्त किया जा चुका नामधारी पॉन्टी का राजदार था। उसे दक्षिण अफ्रीका में जमीन भी खरीदकर दी गई थी।
पुलिस को शक है कि नामधारी पॉन्टी के पैसे हड़पना चाहता था। वह पॉन्टी को को हरदीप के खिलाफ फॉर्म हाउस पर कब्जे के लिए भी उकसा रहा था।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने नामधारी के घर छापा मारकर वहां से पॉन्टी और उनके भाई की हत्या में इस्तेमाल की गई एक बंदूक भी बरामद की गई थी।
एम्स के ड ॉक्टरों के अनुसार (जिन्होंने पोस्टमार्टम किया), दोनों चड्ढा बंधुओं के शरीर में समान संख्या में गोली लगने के घाव थे। संभवत: दर्जन से ऊपर। हालांकि यह भी सामने आया कि पॉन्टी के शरीर से चार गोलियां निकाली गई जबकि हरदीप के शरीर से कोई भी नहीं।
यह सब दो परिस्थितियों में ही समान हो सकता है। या तो पॉन्टी को दूर से गोली मारी गई और हरदीप को नजदीक से। या तो पॉन्टी चड्ढा को किसी देशी पिस्टल से गोली मारी गई । ( एजेंसी)