वहीं दूसरी तरफ उत्तरप्रदेश के भदोही जिले के हस्तशिल्प कलाकार तस्लीम आरिफ उत्तरप्रदेश सरकार की जमकर तारीफ करते हैं। उनका कहना है कि उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं। लड़कियों की शिक्षा से लेकर बच्चों को हर प्रकार की सुविधा दे रही है ।
तस्लीम आरिफ से उप्र में हो रही बिजली कटौती के बारे में जब हमने पूछा कि सपा लोकसभा चुनाव में हार का बदला जनता से बिजली कटौती के रूप में ले रही है, तो उन्होंने एक नेता की तरह उत्तर दिया कि यह विपक्षी पार्टी की चाल है। ऐसा कुछ नहीं है।
जब सपा सरकार इतने अच्छे काम कर रही है तो उत्तरप्रदेश में इतनी बुरी पराजय क्यों मिली? तो उनका कहना था कि यूपी में जनता ने केंद्र की कांग्रेस सरकार के खिलाफ वोट दिया न कि सपा सरकार के खिलाफ। उत्तरप्रदेश में हो रहे अपराधों पर आरिफ कहते हैं कि देश में क्राइम कहां नहीं हैं।
अगले पन्ने पर, कोलकाता के कलाकारों का दर्द...
रणजीत भौमिक हाथ से बने ड्राय फ्लॉवर बेचने के लिए कोलकाता से यहां आए हैं। रंग-बिरंगे सजावटी फ्लॉवर को देखते हुए आप कह नहीं सकते हैं कि ये असली नहीं हैं।
भौमिक बताते हैं कि ड्राय फ्लॉवर को बांस, घास और पूरी तरह से जंगल से प्राप्त होने वाली चीजों से बनाया जाता है। इनमें किसी भी रासायनिक सामग्री का उपयोग नहीं किया जाता है।
भौमिक कहते हैं कि अब यह कला धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है। इसकी लागत अधिक आने से इसकी बिक्री कम होती है और सरकार की ओर से भी कोई सहायता नहीं मिलती है। क्या वे अपने बच्चों को इस काम पर लगाएंगे? इस बात पर उनका कहना है कि वे अपने बच्चों को इस कला से दूर रख पढ़ाना चाहते हैं।
व्हाट्सएप पर अपने हैंडीकॉफ्ट प्रोडक्ट का ऑर्डर ले रहे पश्चिम बंगाल से आए देवव्रत विश्वास, भौमिक से अलग राय रखते हैं। तमाम कठिनाइयों के बाद भी वे चाहते हैं कि अपनी इस कला को जीवित रखने के लिए बच्चों को वे अपने इस पुश्तैनी काम से जोड़ें। उनका पूरा परिवार साड़ियों पर हाथ से बनी पेंटिंग का काम करता है।
देवव्रत का कहना है कि ऐसा कढ़ीदार काम कहीं नहीं मिलता है। कपड़े के ऊपर हाथ से पेंटिंग की जाती है। फैशन के इस दौर में समझदार और कला में रुचि रखने वाले लोग उनकी इस कला को पसंद करते हैं।
अपने काम के बारे में उनका कहना है कि आज जब लोग कम मेहनत करके ज्यादा पैसे की चाह रखते हैं, वहीं इस काम में धैर्य की आवश्यकता अधिक होती है। सरकार की ओर से इस हुनर को बचाने के लिए उन्हें भरपूर सहायता मिलती है। उन्हें इस काम को विदेशों में भी सराहना मिलती है।