सोने के गहनों से सजीं कोलकाता की दो दुर्गा प्रतिमाएं...

Webdunia
कोलकाता की दो दुर्गा पूजा समितियों ने देवी को सोने से सजाया 

कोलकाता। कोलकाता की दो दिग्गज पूजा समितियों ने देवी दुर्गा की प्रतिमा को भारी भरकम सोने के गहनों से सजाया है। श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब ने देवी को सोने का मुकुट पहनाया है वहीं संतोष मित्रा स्क्वायर पूजा समिति ने देवी दुर्गा को सोने के तारों से बनी साड़ी पहनाई है।
 
देवी को स्वर्ण आभूषणों से सजाने वाले आभूषण की दुकान के अधिकारी ने बताया, ‘श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब में सोने और चांदी के महीन तारों का काम झलकता है। सभी देवताओं के मुकुट को योद्धाओं के मुकुट से मिलता जुलता बनाया गया है और पंडाल ‘बाहुबली’ थीम पर आधारित है। श्रीभूमि ने इस साल अपने पंडाल के लिए यही थीम चुनी है।’ उन्होंने कहा कि कंपनी के कारीगर इन आभूषणों पर दो महीने से अधिक समय से काम कर रहे थे।
 
संतोष मित्रा स्क्वायर में देवी दुर्गा को सोने के तारों वाली साड़ी पहनाई गई है। देवी और उनकी संतान के लिए परिधान डिजाइन करने वाली फैशन डिजाइनर अग्निमित्रा पॉल ने कहा, ‘देवी दुर्गा की साड़ी पूरी तरह से सोने की बनी है। इसमें प्रतिष्ठित आभूषण ब्रांड के कारीगरों ने जरी का काम किया है।’
 
पॉल ने कहा, ‘इस खूबसूरत साड़ी को बनाने के लिए 20 किलोग्राम से अधिक सोने का इस्तेमाल किया गया है। साड़ी पर फूलों, पशु-पक्षियों की आकृतियों में कढ़ाई की गई है। इसमें मीनाकारी का भी काम किया गया है।’ उन्होंने बताया कि ढाई महीने से अधिक समय तक कलाकारों ने काम करके उनके दृष्टिकोण को हकीकत का रूप दिया। उन्होंने बताया कि हालांकि अन्य देवताओं और महिषासुर के परिधान सामान्य थे। (भाषा)
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

परीक्षा में सफलता के लिए स्टडी का चयन करते समय इन टिप्स का रखें ध्यान

Shani Gochar 2025: शनि ग्रह मीन राशि में जाकर करेंगे चांदी का पाया धारण, ये 3 राशियां होंगी मालामाल

2025 predictions: वर्ष 2025 में आएगी सबसे बड़ी सुनामी या बड़ा भूकंप?

Saptahik Panchang : नवंबर 2024 के अंतिम सप्ताह के शुभ मुहूर्त, जानें 25-01 दिसंबर 2024 तक

Budh vakri 2024: बुध वृश्चिक में वक्री, 3 राशियों को रहना होगा सतर्क

सभी देखें

धर्म संसार

29 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

29 नवंबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

वृश्चिक राशि में बुध ने चली वक्री चाल, 2 राशियों की जिंदगी में होगा कमाल

मोक्षदा एकादशी की पौराणिक कथा

उदयपुर सिटी पैलेस में जिस धूणी-दर्शन को लेकर मेवाड़ राजपरिवार के बीच विवाद हुआ, जानिए उसका इतिहास क्या है

अगला लेख