हनुमान की महिमा अपरंपार

स्मरण मात्र से भागती है अनिष्टकारी शक्तियाँ

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मंगलवार को देश भर के हनुमान मंदिरों में हनुमान अष्टमी धूमधाम से मनेगी। इस अवसर पर जहाँ हनुमान मंदिर रोशनी से दमके हैं, वहीं श्री रामचरित मानस की चौपाइयाँ भी तीन दिनों से गूँज रही है।

ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के सेवक, कार्य साधक भगवान हनुमान की महिमा अपरंपार है। उनके स्मरण मात्र से ही भूत-प्रेत, पिशाच तथा अनिष्टकारी शक्तियाँ दूर भाग जाती हैं। महावीर, ज्ञान, वैराग्य, बुद्घि के प्रदाता की साधना के अनेक रूप प्रचलित हैं।

अपने भक्त की प्रार्थना सुनकर महावीर तत्काल सभी का कष्ट हर लेते हैं। लोक देवता के रूप में भगवान हनुमान की भी आराधना की जाती है। साक्षात परमेश्वर रूद्र हैं। हनुमान अष्टमी के साथ ही मंगलवार व शनिवार को उनकी आराधना फलदायी है। जय हनुमान ज्ञान गुण सागर का पाठ भक्तों को सुख शांति के साथ अपने कष्टों से मुक्ति भी दिलाएगा।

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इसी प्रकार उज्जैन में यत्र-तत्र हनुमान मंदिर अवस्थित है। कोई प्राचीन मंदिर है तो कोई नया है। यहाँ हर दिन श्रद्घालुओं का ताँता लगा रहता है। इन्हीं में से एक है उत्तरामुखी हनुमान मंदिर। अंकपात क्षेत्र स्थित उत्तरामुखी हनुमान की मूर्ति प्राचीन है। यहॉँ भक्तों की मन्नत भगवान पूरी करते हैं। उज्जैन में 108 हनुमान दर्शन की यात्रा का प्रारंभ यहीं से होता है।

जूना महाकाल परिसर स्थित बाबा बाल हनुमान को ढाई लाख रुपए की पोशाख से सजाया गया। पोशाख रजत तथा स्वर्ण जड़ित है। बाबा को रजत मुकुट भी धारण कराया गया है। हनुमान अष्टमी धूमधाम से मनेगी। साथ ही नुक्ती, चूरमे का प्रसाद वितरण होगा।

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