ब्राह्मणों को क्यों कहते हैं द्विज?

पं. प्रणयन एम. पाठक
ब्राह्मणों का एक नाम द्विज भी है। पुरातन काल में इन्हें 'द्विज' कहकर भी संबोधित किया जाता था। द्विज का अर्थ है- 2 बार जन्म लेने वाला। सवाल यह है कि क्या वाकई ब्राह्मणों का 2 बार जन्म होता है? या यह केवल एक परंपरा है।


 
दरअसल, ब्राह्मण परिवार में बालक जब जन्म लेता है तो वह केवल जन्म से ही ब्राह्मण होता है। उसके कर्म सामान्य इंसानों जैसे ही होते हैं। यह उसका पहला जन्म माना गया है।

दूसरा जन्म तब होता है, जब बालक का यज्ञोपवीत किया जाता है। तब उसे वेदाध्ययन और यज्ञ का अधिकार भी मिल जाता है। 
 
यज्ञोपवीत के बाद ही बालक ब्राह्मण को यज्ञ करने का अधिकार होता है, तब वह वास्तव में कर्म से भी ब्राह्मण हो जाता है। इस तरह ब्राह्मण के 2 जन्म माने गए हैं इसलिए उन्हें 'द्विज' कहा जाता है।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

वृश्चिक संक्रांति का महत्व, कौनसा धार्मिक कर्म करना चाहिए इस दिन?

क्या सिखों के अलावा अन्य धर्म के लोग भी जा सकते हैं करतारपुर साहिब गुरुद्वारा

1000 साल से भी ज़्यादा समय से बिना नींव के शान से खड़ा है तमिलनाडु में स्थित बृहदेश्वर मंदिर

क्या एलियंस ने बनाया था एलोरा का कैलाशनाथ मंदिर? जानिए क्या है कैलाश मंदिर का रहस्य

नीलम कब और क्यों नहीं करता है असर, जानें 7 सावधानियां

सभी देखें

धर्म संसार

काल भैरव जयंती पर करें मात्र 5 उपाय, फिर देखें चमत्कार

मणिकर्णिका घाट पर स्नान करने का महत्व क्या है?

कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं?

Super moon Names : आप भी जानिए हर माह के सुपरमून का नाम

Supermoon: कब दिखाई देगा वर्ष 2024 का आखिरी सुपरमून या बीवर मून, जानें क्या होता है?

अगला लेख