आषाढ़ मास में सूर्य अर्घ्य से मिलते हैं हेल्थ बेनिफिट्स, नमक, चावल और शकर सहित 5 सफेद चीजें करें दान

Webdunia
आषाढ़ मास चल रहा है। इस माह में सूर्य पूजन का विशेष महत्व है। इस महीने में सूर्य आराधना से ना सिर्फ अक्षय पुण्य मिलता है बल्कि सेहत के भी लाभ मिलते हैं। सूर्य को जल देने से आरोग्य का मिलता है। उगते सूर्य को नियमित जल देने से आंखें स्वस्थ और चमकदार रहती है। जल देते समय जल पात्र को सिर के सामने रखना चाहिए और गिरते जल के मध्य आंखों को केन्द्रित करते हुए सूर्य को देखना चाहिए। इससे नेत्र दोष दूर होता है। 
 
सूर्य को जल चढ़ाने से पहले पानी में लाल फूल, कुमकुम और चावल भी अवश्य डालें। सूर्य देव को जल चढ़ाने से नौकरी में उन्नति और लाभ होता है। इससे आत्मविश्वास बना रहता है, अधिकारी खुश रहते हैं। ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को राजा, राजकीय क्षेत्र, पिता और नौकरी में अधिकारी का कारक माना गया है। 
 
कुंडली में सूर्य की प्रबल स्थिति भाग्य को चमकाने वाली होती है। जिनकी कुंडली में सूर्य (Sun) प्रबल होता है, उनको नौकरी (Job) या कार्य क्षेत्र में यश मिलता है। उच्च पद प्राप्त करते हैं। सूर्य के समान वे भी तेजस्वी होते हैं। 
सूर्य अर्घ्य से मिलते हैं हेल्थ बेनिफिट्स
सुबह के समय जब हम सूर्य को जल चढ़ाते हैं तो सूर्य से निकलने वाली किरणें हमें हेल्‍थ बेनिफिट्स देती हैं। 
 
सुबह के समय सूरज की जो किरणें निकलती हैं ये बॉडी में होने वाले रंगों के असंतुलन को सही करती हैं। 
 
सूरज की किरणों में सात रंगों का समावेश होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि सुबह के समय सूर्य को जल चढ़ाने समय इन किरणों के प्रभाव से ये रंग बैलेंस हो जाते हैं और साथ ही साथ बॉडी में इम्‍यूनिटी बढ़ जाती है।
 
सूर्य को जल चढ़ाने से आपको विटामिन डी भी मिलता है। जी हां सूर्य की रोशनी बॉडी में विटामिन डी की कमी नहीं होने देती और विटामिन डी की कमी से बॉडी में उत्पन्न होने वाले रोग नहीं हो पाते। अगर आपकी बॉडी में विटामिन डी की कमी हैं तो रोजाना सूर्य को जल चढ़ाएं।
 
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सूर्य का विशेष महत्व है। इसे पॉजिटीव एनर्जी का प्रतीक माना जाता है। सूर्य की किरणें बॉडी में मौजूद बैक्टीरिया को दूर कर निरोग बनाने का काम करती हैं।
 
सूर्य को जल चढ़ाने से मन एकाग्रचित्त होता है। जिससे सीखने की क्षमता बढ़ती है। सूर्य को जल चढ़ाने से मन में अच्छे विचार आते है। जिससे प्रसन्नता का अनुभव होता है। इससे सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है। ये आपकी इच्छाशक्ति को मजबूत करने का भी काम करता है।
 
रोज सुबह जल्दी उठने और रात को जल्दी सोने की प्रक्रिया से बॉडी का बैलेंस बना रहता है। इससे थकान, नींद न आने व सिर में दर्द जैसी समस्याओं को दूर करता है। ये ब्रेन को एक्टिव बनाता है।
 
सूर्य को अग्नि का कारक माना गया है। इसलिए सुबह सूर्य को जल चढ़ाने से उसकी किरणें पूरी बॉडी पर पड़ती है। जिससे हार्ट, स्किन, आंखें, लीवर और ब्रेन जैसे सभी अंग एक्टिव हो जाते हैं। इसके अलावा सूर्य की सुबह की रोशनी आपकी सुंदरता बढ़ाने का काम भी करती है और आंखों की समस्या से भी निजात दिलाती है।
चावल, दूध, नमक और शकर और नारियल सहित 5 चीजें करें दान 
आषाढ़ मास में 5 सफेद चीजें जरूर दान करना चाहिए- चावल, दूध, नमक और शकर और नारियल
चावल, दूध,नमक और शकर सहित ये 5 चीजें कभी नहीं गिरना चाहिए हाथ से, अशुभ का संकेत है

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Vrishabha Sankranti 2024: सूर्य के वृषभ राशि में प्रवेश से क्या होगा 12 राशियों पर इसका प्रभाव

Khatu Syam Baba : श्याम बाबा को क्यों कहते हैं- 'हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा'

Maa lakshmi : मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए तुलसी पर चढ़ाएं ये 5 चीज़

Shukra Gochar : शुक्र करेंगे अपनी ही राशि में प्रवेश, 5 राशियों के लोग होने वाले हैं मालामाल

Guru Gochar 2025 : 3 गुना अतिचारी हुए बृहस्पति, 3 राशियों पर छा जाएंगे संकट के बादल

19 मई 2024 : आपका जन्मदिन

19 मई 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

Chinnamasta jayanti 2024: क्यों मनाई जाती है छिन्नमस्ता जयंती, कब है और जानिए महत्व

Narasimha jayanti 2024: भगवान नरसिंह जयन्ती पर जानें पूजा के शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

Vaishakha Purnima 2024: वैशाख पूर्णिमा के दिन करें ये 5 अचूक उपाय, धन की होगी वर्षा

अगला लेख