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आपका जीवन बदल देंगे शिर्डी के साईं के 10 अमूल्य विचार...
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साईं बाबा के 10 प्रेरक विचार, खास आपके लिए...
* यदि कोई सिर्फ और सिर्फ मुझको देखता है और मेरी लीलाओं को सुनता है और खुद को सिर्फ मुझमें समर्पित करता है तो वह भगवान तक पंहुच जाएगा।
* समय से पहले आरंभ करो। धीरे चलो। सुरक्षित पहुंचो।
* मेरी दृष्टि हमेशा उन पर रहती है, जो मुझे प्रेम करते हैं।
* अपने गुरु में पूर्ण रूप से विश्वास करें, यही साधना है।
* हमारा कर्तव्य क्या है? ठीक से व्यवहार करना, ये काफी है।
* अगर मेरा भक्त गिरने वाला होता है तो मैं अपने हाथ बढ़ाकर उसे सहारा देता हूं।
* कर्तव्य ही भगवान है तथा कर्म ही पूजा है। तिनके-सा कर्म भी भगवान के चरणों में डाला फूल है।
* विचार के रूप में प्रेम सत्य है। कर्म के रूप में प्रेम उचित आचरण है। समझ के रूप में प्रेम शांति है। भावना के रूप में प्रेम अहिंसा है।
* शिक्षा का मंतव्य धनार्जन नहीं हो सकता। अच्छे मूल्यों का विकास ही शिक्षा का एकमात्र मंतव्य हो सकता है।
* उतावलापन व्यर्थता देता है। व्यर्थता चिंता देती है इसलिए उतावलेपन में मत रहो।
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