पुष्कर स्थित गायत्री माता का मंदिर

अनिरुद्ध जोशी
भारत में गायत्री माता के कई प्राचीन मंदिर है परंतु राजस्थान के पुष्करजी में स्थित गायत्री माता के मंदिर को सबसे प्राचीन माना जाता है। पुष्करजी में एक तो माता सती का शक्तिपीठ है, दूसरा ब्रह्माजी का प्रसिद्ध मंदिर हैं जहां पर गायत्री माता भी विराजमान है और तीसरा माता सावित्री का मंदिर है। आओ जानते हैं तीनों के संबंध में संक्षिप्त जानाकरी।
 
ALSO READ: 20 जून को गायत्री प्रकटोत्सव, जानिए Gayatri Mantra की 11 खास बातें
1. मणिबन्ध मणिदेविक शक्तिपीठ : अजमेर के निकट विश्‍व प्रसिद्ध पुष्कर नामक स्थान से लगभग 5 किलोमीटर दूर गायत्री पर्वत पर दो मणिबंध (हाथ की कलाई) गिरे थे इसीलिए इसे मणिबंध स्थान कहते हैं। इसे मणिदेविक मंदिर भी कहते हैं। इसकी शक्ति है गायत्री और शिव को सर्वानंद कहते हैं। यह शक्तिपीठ मणिदेविका शक्तिपीठ नाम से ज्यादा विख्यात है।
ALSO READ: गायत्री मंत्र के हैं तीन अर्थ, जानिए इसकी शक्ति का राज
2. गायत्री माता मंदिर पुष्कर राजस्थान : कहते हैं कि पुष्कर में ही यज्ञ के दौरान सावित्री के अनुपस्थित होने की स्थित में ब्रह्मा ने वेदों की ज्ञाता विद्वान स्त्री गायत्री से विवाह कर यज्ञ संपन्न किया था। ब्रह्माजी ने पुष्कर में कार्तिक शुक्ल एकादशी से पूर्णमासी तक यज्ञ किया था जिसकी स्मृति में अनादिकाल से यहां कार्तिक मेला लगता आ रहा है। आद्य शंकराचार्य ने संवत्‌ 713 में ब्रह्मा की मूर्ति की स्थापना की थी। यहां पर माता गायत्री की प्रतिमा भी विराजमान है।
ALSO READ: Gayatri Mantra : गायत्री मंत्र के 24 अक्षरों में है 24 शक्तियां, 24 सिद्धियां और 24 देवता
3. सावित्री माता मंदिर : पुष्कर में रत्नागिरी पहाड़ी पर स्थित सावित्री माता का प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर भगवान ब्रह्मा की पत्नी देवी सावित्री को समर्पित है। सावित्री मंदिर काफी ऊंचाई पर स्थित है जिसकी वजह से मंदिर से पुष्कर शहर और आस-पास की सभी घाटियों का दृश्य काफी साफ दिखाई देता है।

उल्लेखनीय है कि हरिद्वार शांतिकुंज वाले गायत्री परिवार ने देश-दुनिया में गायत्री शक्तिपीठ स्थापित कर रखें हैं वहां पर आप गायत्री मंदिर में माता गायत्री के दर्शन कर सकते हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Astrology: कब मिलेगा भवन और वाहन सुख, जानें 5 खास बातें और 12 उपाय

अब कब लगने वाले हैं चंद्र और सूर्य ग्रहण, जानिये डेट एवं टाइम

Akshaya tritiya 2024: अक्षय तृतीया कब है, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

वर्ष 2025 में क्या होगा देश और दुनिया का भविष्य?

Jupiter Transit 2024 : वृषभ राशि में आएंगे देवगुरु बृहस्पति, जानें 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव

Akshaya tritiya 2024: अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का समय और शुभ मुहूर्त जानिए

Aaj Ka Rashifal: आज कैसा गुजरेगा आपका दिन, जानें 29 अप्रैल 2024 का दैनिक राशिफल

29 अप्रैल 2024 : आपका जन्मदिन

29 अप्रैल 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Weekly Forecast 29-05 May: मई माह की शुरुआ‍‍त में किसकी किस्मत का चमकेगा सितारा, जानें 12 राशियां

अगला लेख