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भगवान बड़ा या रुपया ? पढ़ें रोचक कथा...

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एक संत थे। वे भिक्षा के लिए एक सेठ के यहां गए। सेठ ने आकर नमस्कार किया तो संत ने भी उनको नमस्कार किया। वह संत के पैर पड़ा तो संत ने भी उसके पैर पड़े। 


 
सेठ बोला, 'महाराज, आप ऐसा क्यों कर रहे हैं?'
 
संत बोले- 'तुमने इसे क्यों किया?' 
 
तो सेठ ने कहा- 'महाराज, आप त्यागी हो। अपनी स्त्री, पुत्र, धन, जमीन, जायदाद, मकान आदि का त्याग किया है इसलिए आप बड़े हो।'
 
संत ने उत्तर दिया- 'अगर त्याग को देखें तो तुम बड़े हुए, क्योंकि तुमने स्त्री, पुत्र, धन के लिए भगवान का त्याग कर दिया है।'
 
बड़ी चीज भगवान है या रुपया? त्यागी तुम बड़े हुए कि मैं बड़ा हुआ? तुम कितने बड़े त्यागी हो कि संसार के भरोसे भगवान को भी इस्तीफा देकर बैठ गए...।

 
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