Russia Ukraine War : दुनिया की 5 दिग्गज कंपनियों ने लगाए रूस पर प्रतिबंध, जानिए कौन हैं वो...

Webdunia
सोमवार, 7 मार्च 2022 (15:31 IST)
सिडनी। दुनिया की 5 प्रमुख तकनीकी कंपनियों- गूगल (अब अल्फाबेट), ऐप्पल, फेसबुक (अब मेटा), अमेजॉन और माइक्रोसॉफ्ट ने यूक्रेन पर आक्रमण करने पर रूस के खिलाफ महत्वपूर्ण और (मुख्य रूप से) स्वैच्छिक प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाए हैं।

लेकिन यह फैसले अचानक नहीं आए। यूक्रेन ने प्रमुख तकनीकी कंपनियों की उसी तरह पैरवी की है जैसे उसने यूरोपीय संघ, नाटो और अमेरिकी सरकार से सहायता मांगी थी। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई का सामना करते हुए, यूक्रेन ने बड़ी तकनीकी कंपनियों से सीधे अपील की जैसे कि वे देश हों। यह याद दिलाता है कि आज की दुनिया में ये दिग्गज भू-राजनीतिक मंच पर प्रमुख खिलाड़ी हैं।

तो तकनीक से संबंधित प्रतिबंधों का क्या असर हो सकता है? बिग 5 की प्रतिक्रिया
संकट पर गूगल की प्रतिक्रिया दो भागों में आई है। पहला वित्त से संबंधित रहा है। कंपनी ने रूस में उन ग्राहकों या व्यापारियों के लिए गूगल पे के उपयोग को सीमित कर दिया है जो स्वीकृत बैंक का उपयोग करते हैं।

इसने रूस में अपनी सेवाओं में ऑनलाइन विज्ञापन बेचना भी बंद कर दिया है और रूसी राज्य मीडिया आउटलेट्स रशिया टुडे (आरटी) और स्पुतनिक के लिए यूट्यूब (जिसका स्वामित्व गूगल के स्वामित्व में है) पर सामग्री का मुद्रीकरण करने की क्षमता को हटा दिया है। यूरोप में भी आरटी और स्पुतनिक को ब्लॉक कर दिया गया है।

फॉक्सटेल ने ऑस्ट्रेलिया में आरटी को हटा दिया है, लेकिन यह अभी भी यूट्यूब पर लाइवस्ट्रीम में विज्ञापनों के साथ उपलब्ध है। इसका अर्थ है कि आरटी ऑस्ट्रेलिया में विज्ञापन से प्रत्यक्ष आय अर्जित कर सकता है, लेकिन यूट्यूब से कोई विज्ञापन आय नहीं। गूगल सर्च और मैप दोनों रूस में उपलब्ध हैं।

एपल गूगल से कई कदम आगे निकल चुका है। कंपनी ने रूस में सभी उत्पादों की बिक्री को निलंबित कर दिया है और ऐप्पल पे और अन्य सेवाओं को सीमित कर दिया गया है। इसने रूस के बाहर हर जगह ऐप्पल ऐप स्टोर से आरटी और स्पुतनिक को भी प्रतिबंधित कर दिया है।

मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम (जिसका स्वामित्व है) दोनों पर आरटी और स्पुतनिक तक पहुंच को हटा दिया है और राज्य मीडिया के लिए अपने किसी भी प्लेटफॉर्म पर सामग्री का मुद्रीकरण करने के विकल्प को हटा दिया है। यह उन पोस्टों को भी हटा रहा है जिनमें फेसबुक पर रूसी राज्य-नियंत्रित मीडिया वेबसाइटों के लिंक हैं।

अमेजॉन ने यूक्रेन में साइबर सुरक्षा प्रयासों का समर्थन करने और लॉजिस्टिक समर्थन की पेशकश करने का मार्ग अपनाया है, जैसा कि मुख्य कार्यकारी एंडी जेसी द्वारा ट्विटर पर घोषित किया गया है। हालांकि अमेजॉन ने अभी तक रूस से प्राप्त होने वाले राजस्व को कम करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है।

माइक्रोसाफ्ट ने साइबर सुरक्षा के मोर्चे पर भी मदद की है। इसने 24 फरवरी को यूक्रेन में एक संभावित रूसी साइबर हमले की पहचान की, जिससे इसे विफल करने के प्रयासों में मदद मिली। इसके अलावा, इसने अपने विज्ञापन नेटवर्क पर आरटी और स्पुतनिक के सभी विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगा दिया है और यूरोपीय संघ में दोनों चैनलों तक पहुंच को अवरुद्ध कर दिया है।

रूस के लिए (लगभग) कोई चिप्स नहीं
दो सबसे बड़े अमेरिकी सेमीकंडक्टर (माइक्रोचिप) निर्माताओं, इंटेल और एएमडी ने रूस को आपूर्ति बंद कर दी है। हालांकि आधिकारिक अमेरिकी प्रतिबंध सैन्य और गैर-सैन्य उद्देश्यों के साथ दोहरे उपयोग उपकरणों के निर्यात पर रोक लगाते हैं, इंटेल और एएमडी ने एक कदम आगे बढ़कर इस स्तर पर सभी आपूर्ति रोक दी है।

शायद इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि ताइवान के प्रमुख आपूर्तिकर्ता टीएमएससी ने आपूर्ति बंद कर दी है। टीएमएससी रूसी निर्माताओं जैसे रूसी वैज्ञानिक और तकनीकी केंद्र मॉड्यूल, बाइकाल इलेक्ट्रॉनिक्स और मार्वल कंप्यूटर सॉल्यूशंस के लिए चिप्स बनाती है। रूस में कोई वैकल्पिक सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र नहीं हैं।

एक अन्य प्रमुख चिप निर्माता सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने भी शनिवार को घोषणा की कि वह शिपमेंट को निलंबित कर देगा। सैमसंग रूस में मोबाइल फोन की आपूर्ति का नेतृत्व करता है और शनिवार को निलंबन से पहले, देश में बिक्री रोकने के ऐप्पल के फैसले से उसे फायदा होता।

लेकिन ऐसा नहीं है कि सभी टेक कंपनियां राजनीतिक दबाव में आई हैं। दक्षिण कोरियाई चिप फैब्रिकेटर एसके हाइनिक्स ने अभी तक आपूर्ति सीमित करने का फैसला नहीं किया है (जब तक यह लेख लिखा गया था)। ऐसा लगता है कि दक्षिण कोरियाई सरकार रूस को सेमी कंडक्टरों की आपूर्ति जारी रखना चाहती है, क्योंकि उसने अमेरिका से उन कार्यों के संबंध में छूट मांगी है जो उसके सेमी कंडक्टर उद्योग को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

अन्य परिणाम
एकदम सीधे लगाए गए प्रतिबंधों के अलावा, कुछ मेटा और गूगल सेवाओं को भी अवरुद्ध कर दिया गया क्योंकि उपयोगकर्ताओं ने उन्हें राजनीतिक संदेशों के लिए इस्तेमाल करना शुरू दिया था। उदाहरण के लिए दुनियाभर के सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने रूसी नागरिकों को जानकारी भेजने के लिए मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग में रेस्तरां की गूगल समीक्षाओं का उपयोग करना शुरू किया।

परिणामस्वरूप, रूस और यूक्रेन में नई समीक्षाओं को अब गूगल द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया है यानी गूगल ने दोनों ओर से संभावित दुष्प्रचार में शामिल होने से बचने के लिए कार्य किया है। और मेटा और गूगल दोनों ने संभावित सैन्य उपयोग को सीमित करने के लिए यूक्रेन में अपनी कुछ स्थान-आधारित सेवाओं को प्रतिबंधित कर दिया है।

तत्काल प्रभाव क्या है?
मेटा और गूगल की कार्रवाइयां और उसे विज्ञापन राजस्व से होने वाले किसी भी नुकसान के मुकाबले, रूसी राज्य पर तत्काल लेकिन अपेक्षाकृत कम प्रभाव पड़ेगा- प्रत्यक्ष वित्तीय प्रतिबंधों के प्रभाव से बहुत कम।

और गूगल पे या ऐप्पल पे का उपयोग करने में सक्षम नहीं होना अभी भी रूसी नागरिकों के लिए उतना असुविधाजनक नहीं है जितना कि एटीएम का उपयोग करने में असमर्थ होना- जिनमें से कई में नोट खत्म हो गए हैं। दूसरी ओर, ऐप्पल हार्डवेयर तक पहुंच का नुकसान रूसी उपभोक्ताओं पर अधिक स्थाई प्रभाव डाल सकता है।(भाषा)

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