ब्रसेल्स। यूक्रेन पर युद्ध के जवाब में अब यूरोपीय संघ रूस से सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाने और कुछ उच्च प्रौद्योगिकी की वस्तुओं के निर्यात पर लगाम लगाने की तैयारी कर रहा है। यूरोपीय संघ के 27 राजदूतों ने इन कदमों का समर्थन किया है।
यूरोपीय संघ की अध्यक्षता कर रहे चेक गणराज्य ने कहा कि नए उपाय यूरोपीय संघ को जी7 साझेदारों की पंक्ति में खड़ा करेंगे, क्रियान्वयन सुदृढ़ करेंगे और जहां आवश्यक हो, वहां खामियों को दूर करेंगे। अगर यूरोपीय संघ के सदस्य देशों की सरकारें गुरुवार तक कोई आपत्ति नहीं जताती हैं तो इन्हें आधिकारिक पत्रिका में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद ही प्रतिबंधों की जानकारी मिल पाएगी।
यूरोपीय संघ के अधिकारी रूस पर भारी प्रतिबंध लगाने की मांग करते रहे हैं और वे इस उम्मीद से सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाने की कवायद में हैं कि इन उपायों से आखिकार यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस पर निर्णायक असर पड़ना शुरू होगा। यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेफ बोरेल ने सोमवार को कहा कि अभी सबसे महत्वपूर्ण चीज रूसी सोने पर प्रतिबंध है, जो ऊर्जा के बाद मॉस्को का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक उद्योग है।