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Ukraine Russia War : पुतिन की चेतावनी- यूक्रेन पर 'नो फ्लाई जोन' लगाना रूस को ललकारने जैसा...

यूक्रेन के विदेश मंत्री ने पीएम मोदी से मांगी मदद

हमें फॉलो करें Ukraine Russia War : पुतिन की चेतावनी- यूक्रेन पर 'नो फ्लाई जोन' लगाना रूस को ललकारने जैसा...
, शनिवार, 5 मार्च 2022 (23:37 IST)
कीव/मास्को/ नई दिल्ली। Ukraine Russia War : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि किसी तीसरे पक्ष द्वारा यूक्रेन के ऊपर 'उड़ान निषिद्ध क्षेत्र' घोषित करने को मॉस्को 'युद्ध में शामिल होने' के तौर पर देखेगा। इस बीच, यूक्रेन के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि रूस ने संघर्ष विराम के विपरीत कार्रवाई करते हुए 2 शहरों पर बमबारी की, जिससे वहां से लोगों को निकालने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।
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मारियूपोल और वोलनोवाखा में संघर्ष विराम लागू नहीं होने से युद्ध खत्म करने के प्रयासों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। इसके साथ ही मात्र 10 दिन में करीब 14 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं। पुतिन ने यूक्रेन पर लोगों के निकासी अभियान में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया और यह भी दावा किया कि यूक्रेन का नेतृत्व देश के स्वतंत्र राष्ट्र के दर्जा के भविष्य पर सवाल उठा रहा है।

पुतिन ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो इसके लिए पूरी तरह यूक्रेन का नेतृत्व जिम्मेदार होगा। इससे पहले रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि वह दक्षिण पूर्व में स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह मारियूपोल और पूर्व में स्थित वोलनोवाखा शहर से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए रास्ता देने को सहमत है।

पिछले कई दिनों से इन दोनों शहरों में रूसी सेनाएं गोलाबारी कर रही हैं और बर्फीली सर्दी में वहां फंसे सैकड़ों लोगों के लिए अस्पताल, भोजन और पानी का संकट पैदा हो गया है। मारियूपोल के महापौर वादिम बॉयचेंको ने यूक्रेन के टीवी चैनल पर कहा कि हजारों लोग शहर से सुरक्षित बाहर निकलने के लिए एकत्र हुए हैं और जब बसें उन्हें लेकर रवाना हुईं तभी गोलाबारी शुरू हो गई।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) से आग्रह किया है कि उनके देश के ऊपर के वायु क्षेत्र को ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया जाए। नाटो का कहना है कि ऐसा ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित करने से यूक्रेन के ऊपर सभी गैर अधिकृत विमानों पर पाबंदी लग जाएगी, जिससे परमाणु हथियारों से लैस रूस के साथ यूरोपीय देशों की बड़े स्तर पर जंग छिड़ जाएगी।
 
पीएम मोदी से मांगी मदद : यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी से उम्मीद करते हैं कि वह राष्ट्रपति पुतिन से बात करें। उन्होंने कहा कि 30 वर्षों तक यूक्रेन छात्रों के लिए एक योग्य घर था। रूसी आक्रामकता ने सब कुछ बदल दिया। यूक्रेन ने ट्रेनों की व्यवस्था की, एक हॉटलाइन स्थापित की, दूतावासों के साथ काम किया। विदेशी छात्रों को उनके देश छोड़ने की अनुमति देने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार, चीन, नाइजीरिया..मैं आपसे रूस से फायरिंग बंद करने के लिए कहने की गुहार लगाता हूं।

14 लाख से ज्यादा ने छोड़ा यूक्रेन : अंतरराष्ट्रीय प्रवास संगठन ने कहा है कि युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन छोड़कर जाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 14.5 लाख पहुंच गई है। यूक्रेन से लोग जिन देशों में पहुंचे हैं, वहां की सरकारों से प्राप्त आंकड़ों का हवाला देते हुए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने शनिवार को कहा कि उनमें से 7,87,300 लोग पोलैंड गए हैं।

इसके अलावा करीब 2,28,700 लोग मोल्डोवा, 1,44,700 लोग हंगरी, 1,32,600 लोग रोमानिया और 1,00,500 लोग स्लोवाकिया गए हैं। एजेंसी ने कहा कि 138 देशों के नागरिक यूक्रेन की सीमा पार कर पड़ोसी राष्ट्रों में गए हैं।

2 क्षेत्रों में संघर्षविराम : रूसी सेना शनिवार से यूक्रेन के दो क्षेत्रों में संघर्षविराम पर सहमत हो गई है, ताकि वहां फंसे नागरिकों को सुरक्षित निकाला जा सके। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसियों ने यह जानकारी दी। संघर्ष विराम की अवधि रूसी समयानुसार सुबह 10 बजे शुरू हुई।

आरआईए नोवोत्सी और तास न्यूज एजेंसी ने रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के हवाले से बताया कि मॉस्को यूक्रेनी बलों के साथ कुछ निकासी मार्गों पर संघर्षविराम के लिए सहमत हो गया है, ताकि नागरिकों को दक्षिण-पूर्व में रणनीतिक लिहाज से अहम बंदरगाह शहर मारियुपोल और पूर्वी शहर वोल्नोवाखा से सुरक्षित निकालने में मदद मिल सके। मारियुपोल में एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि संघर्षविराम शाम 4 बजे तक चलेगा।

भारतीय छात्रों के लिए दोनों देशों पर दबाव : भारत ने यूक्रेन के सूमी में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर गहन चिंता जताते हुए उनके लिए सुरक्षित गलियारा बनाने के वास्ते तत्काल युद्धविराम को लेकर रूस और यूक्रेन की सरकार पर दबाव बनाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सूमी में फंसे छात्रों से आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की अपील की है।

उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि हम यूक्रेन के सूमी में में भारतीय छात्रों के बारे में बहुत चिंतित हैं। हमने उनके वास्ते एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम को लेकर कई संपर्कों के जरिए रूस और यूक्रेन की सरकारों पर दबाव डाला है। उन्होंने कहा कि छात्र सुरक्षा सावधानी बरतने, आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी गई है। मंत्रालय और हमारे दूतावास नियमित रूप से उनके संपर्क में हैं।

इस बीच सूमी स्टेट यूनिवर्सिटी के भारतीय छात्रों के एक बड़े समूह ने वीडियो पर घोषणा की कि वे मारियुपोल की ओर बढ़ रहे हैं, जहां रूस की ओर से आंशिक युद्धविराम घोषित किया गया है। वीडियो में छात्रों ने यह भी कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो भारत सरकार जिम्मेदार होगी। भारतीय झंडे लहराते हुए उन्होंने कहा कि यह उनका आखिरी वीडियो है।

वीडियो में एक छात्र ने कहा कि हमने बहुत इंतजार किया है तथा हम अब और इंतजार नहीं कर सकते। हम अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। हम सीमा की ओर बढ़ रहे हैं। अगर हमें कुछ होता है, तो भारतीय दूतावास और भारत की सरकार जिम्मेदार होगी। अगर हममें से किसी को कुछ भी होता है, तो ऑपरेशन गंगा सबसे बड़ी विफलता होगी। एक अन्य छात्र ने कहा कि यह हमारा आखिरी वीडियो हो सकता है। कृपया हमारे लिए प्रार्थना करें।
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2200 भारतीय लौटेंगे : युद्धग्रस्त यूक्रेन के पड़ोसी देशों से रविवार को 11 उड़ानों के जरिए 2,200 से अधिक भारतीय स्वदेश लौटेंगे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शनिवार को 15 उड़ानों के जरिए करीब 3,000 भारतीयों को ‘एयरलिफ्ट’ किया गया। बयान में कहा गया कि इनमें 12 विशेष नागरिक और तीन भारतीय वायुसेना की उड़ानें शामिल हैं।

गौरतलब है कि रूस के हमले के बाद 24 फरवरी से यूक्रेनी हवाई क्षेत्र बंद है। यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को उसके पड़ोसी देशों के जरिए स्वदेश वापस लाया जा रहा है। वायुसेना निकासी अभियान में सी-17 सैन्य परिवहन विमान का उपयोग कर रही है। वहीं इंडिगो, विस्तारा और स्पाइसजेट जैसी भारतीय विमानन कंपनियां विशेष नागरिक उड़ानों का संचालन कर रही हैं।

मंत्रालय ने कहा कि आज (शनिवार को) की उड़ानों में बुडापेस्ट (हंगरी) से पांच, सुशीवा (रोमानिया) से चार, कोसाइस (स्लोवाकिया) से एक और रेज़ज़ो (पोलैंड) से दो विशेष नागरिक उड़ानें शामिल हैं।

छात्रों के लिए एडवायजरी : छात्र को सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने, आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी गई है। छात्रों को बंकर से बाहर नहीं निकलना है। भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहना है। विरोध-प्रदर्शन और विद्रोही गुटों में शामिल नहीं होने की सलाह दी गई है। सोशल मीडिया पर किसी का भी पक्ष लेने से बचने को कहा गया है। इसके अलावा सायरन बजने पर बंकर में रहने के लिए कहा गया है।

प्रमुख शहरों पर यूक्रेन का कब्जा : यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को दावा किया कि देश के मध्य एवं दक्षिण-पूर्वी हिस्से के प्रमुख शहरों पर यूक्रेनी बलों का नियंत्रण बरकरार है जबकि रूसी बल खारकीव, निकोलीव, चेर्निहाइव और सुमी को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं।

जेलेंस्की ने कहा कि हम अतिक्रमणकारियों को ऐसा नुकसान पहुंचा रहे हैं कि उन्होंने अपने बुरे समय में भी ऐसे नुकसान नहीं देखे होंगे। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दावा किया कि युद्ध के 10 दिन में 10,000 रूसी सैनिकों को मार गिराया गया है। हालांकि इस दावे की प्रमाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है। रूस की ओर से हताहत सैनिकों के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की जा रही। हालांकि, बुधवार को रूस ने लड़ाई में करीब 500 सैनिकों की मौत होने के बारे में खुलासा किया था।

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