ये हैं 52 बातें जिनके कारण आप नहीं बन पा रहे हैं करोड़पति

Webdunia
प्रत्येक व्यक्ति जीवन में अपार धन कमाना चाहता है लेकिन लाख प्रयास के बाद भी वह सफल नहीं हो पाता है तो यह जानना जरूरी है कि उसकी असफलता का कारण क्या है। असफलता के दो कारण होते हैं पहला आपका अधूरा कर्म या दूसरा आपके भाग्य का साथ न देना। लेकिन वास्तु और ज्योतिष अनुसार कुछ ओर भी कारण हो सकते हैं तो जानिए कि वे कौन से कारण हैं।
 
 
1.घर में खंडित, टूटी-फूटी चीजों का होना।
2.घर में मकड़ी के जाले का होना।
3.घर में कबूतर के घोंसले का होना।
4.बिजली के बिखरे या ढीले तार का होना
5.कपड़े सुखाने के कटे-फटे तार आदि का होना।
6.बिजली के उपकरण का खराब या बंद होना।
7.नकारात्मक चित्रों का होना जैसे ताजमहल, डूबती हुई नाव आदि।
8.फटे पुराने कपड़े की पोटली, कबाड़ा आदि का होना।
9.कांटेदार पेड़-पौधे या नकारात्मक शो-प्लांट का होना।
10.तंबाकू खाना, शराब पीना या सिगरेट पीना।
11.शरीर के छिद्रों को गंदा रखना।
12.संधिकाल में नकारात्मक सोचना।
13.प्रतिदिन क्रोध करते रहना।
14.देवी, देवता का अपमान करना।
15.झूठ बोलना और धोखा देना।
16.स्त्री, वृद्ध, बच्चे, पशु और पक्षियों को सताना।
17.रसोई घर के पास में पेशाब करना।
18.बांए पैर से पैंट पहनना।
19.मेहमान आने पर नाराज होना।
20.चालीस दीन से ज्यादा बाल रखना।
21.दांत से नाखून काटना।
22.औरतों का खड़े-खड़े बाल बांधना।
23.फटे हुए कपड़े पहनना।
24.पेड़ के नीचे या खड़े-खड़े पेशाब करना।
25.मंदिर में बातें करना।
26.शमशान भूमी में हंसना।
27.किसी की गरीबी और लाचारी का मजाक उड़ाना।
28.पवित्रता के बगैर धर्मग्रंथ पढ़ना।
29.दरवाजे पर बैठना या देहली पर खड़े रहना।
30.शौच करते वक्त बातें करना।
31.लहसुन या प्याज के छीलके जलाना।
35.हाथ धोए बगैर भोजन करना।
36.जूते-चप्पल उल्टा देख कर उसको सीधा नहीं करना।
37.घड़े में मुंह लगाकर पानी पीना।
38.नदी, तालाब के किनारे शौच या पेशाब करना।
39.गाय और बैल को लात मारना।
40.मध्यरात्रि में भोजन करना।
41.गंदे बिस्तर में सोना।
42.धर्म का मजाक उड़ाना या अपमान करना।
43.भोजन की थाली में ही हाथ धोना।
44.रात्रि में जूठे बर्तन छोड़ देना।
45.भूखे को देखकर भोजन न खिलाना।
46.भोजन करने से पूर्व देवताओं का आह्वान न करना।
47.रात में चावल, दही और सत्तू का सेवन करना।
48.खुले में और दक्षिण में मुंह करने भोजन करना।
49.सुबह कुल्ला किए बिना पानी या चाय पीना।
50.घर में नल आदि से जल का टपकता रहना।
51.बार-बार थूकने, झींकने या खांसने की आदत होना।
52.पैर घसीटते हुए चलना।
 

वास्तु में हर प्रवेश द्वार का है महत्व, जानें किससे क्या फायदा और क्या नुकसान

चैत्र नवरात्रि में अष्टमी पर करें ये एकमात्र पूजा, नवमी की माता भी हो जाएंगी प्रसन्न

वास्तु शास्त्र के अनुसार हमेशा कंगाल रहते हैं इन 4 घरों में रहने वाले लोग

मेष संक्रांति के शुभ उपाय और पूजा विधि

नीचभंग राजयोग क्या होता है, क्या है उसका प्रभाव?

14 अप्रैल 2024 : आपका जन्मदिन

14 अप्रैल 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

Ganga Nadi : गंगा नदी के 5 सबसे खूबसूरत घाट, जहां बैठकर आत्मा हो जाएगी प्रसन्न

Ashtami Tithi 2024 चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि को क्यों माना जाता है सबसे महत्वपूर्ण

Chaitra navratri 2024: चैत्र नवरात्रि में जपें नवदुर्गा के दिव्य बीज मंत्र