vijayadashami 2019 : रावण के परिवार में कौन-कौन था?

अनिरुद्ध जोशी
राक्षसराज रावण महापंडित था। उसकी विशाल सेना थी और उसने कई युद्ध लड़े थे। भगवान राम ने उसका वध कर दिया था। आओ जानते हैं उसके परिवार के बारे में।
 
 
रावण के माता पिता : ऋषि विश्वश्रवा ने ऋषि भारद्वाज की पुत्री इलाविदा से विवाह किया था जिनसे कुबेर का जन्म हुआ। विश्वश्रवा की दूसरी पत्नी कैकसी से रावण, कुंभकरण, विभीषण और सूर्पणखा पैदा हुई थी।
 
रावण के भाई : कहते हैं कि रावण के छह भाई थे जिनके नाम ये हैं- कुबेर, विभीषण, कुम्भकरण, अहिरावण, खर और दूषण। खर, दूषण, कुम्भिनी, अहिरावण और कुबेर रावण के सगे भाई बहन नहीं थे।
 
रावण की बहनें : रावण की दो बहने थीं। एक सूर्पनखा और दूसरी कुम्भिनी थी जोकि मथुरा के राजा मधु राक्षस की पत्नी थी और राक्षस लवणासुर की मां थीं। कुबेर को बेदखल कर रावण के लंका में जम जाने के बाद उसने अपनी बहन शूर्पणखा का विवाह कालका के पुत्र दानवराज विद्युविह्वा के साथ कर दिया।
 
रावण की पत्नियां : रावण की यूं तो दो पत्नियां थीं, लेकिन कहीं-कहीं तीसरी पत्नी का जिक्र भी होता है लेकिन उसका नाम अज्ञात है। रावण की पहली पत्नी का नाम मंदोदरी था जोकि राक्षसराज मयासुर की पुत्री थीं। दूसरी का नाम धन्यमालिनी था और तीसरी का नाम अज्ञात है। ऐसा भी कहा जाता है कि रावण ने उसकी हत्या कर दी थी। दिति के पुत्र मय की कन्या मंदोदरी उसकी मुख्‍य रानी थी जो हेमा नामक अप्सरा के गर्भ से उत्पन्न हुई थीं।
 
रावण के पुत्र और पुत्रियां : मंदोदरी से रावण को जो पुत्र मिले उनके नाम हैं- अक्षयकुमार, मेघनाद, महोदर, प्रहस्त, विरुपाक्ष भीकम वीर। कहते हैं कि धन्यमालिनी से अतिक्या और त्रिशिरार नामक दो पुत्र जन्में जबकि तीसरी पत्नी के प्रहस्था, नरांतका और देवताका नामक पुत्र थे।
 
रावण के दादा-दादी : रावण के दादा ना नाम पुलस्त्य और दादी का नाम हविर्भुवा था। 
 
रावण के नाना-नानी : राक्षसराज सुमाली की कैकसी नामक पुत्री से रावण का जन्म हुआ था। रावण की नानी का नाम केतुमती था। प्रहस्त, अकन्पन, विकट, कालिकामुख, धूम्राश, दण्ड, सुपार्श्व, सहादि, प्रधस और भास्कण आदि रावण के मामा थे और रांका, पुण्डपोत्कटा, और कुभीनशी उसकी मौसियां थीं।
 
अन्य रिश्तेदार : 
मारीच और सुबाहू : यह दोनों लंका के राजा रावण के मामा थे और सुण्ड एवं ताड़का के पुत्र थे।
सरमा : सरमा विभिषण की पत्नी थी और उसकी बेटी का नाम त्रिजटा था।
वज्रज्वाला : कुंभकर्ण की पत्नी थीं।
सुलोचना : मेघनाद की पत्नी थीं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

किस पेड़ के नीचे से गुजरने के बाद कावड़िये नहीं चढ़ा सकते शिवलिंग पर जल, जानिए नियम

मंगल का कन्या राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल, किसके लिए शुभ और किसके लिए अशुभ

क्यों बजाते है शिवलिंग के सामने 3 बार ताली, जानिए हर ताली के पीछे का अर्थ

जीवन में ये घटनाएं देती हैं कालसर्प दोष के संकेत, जानिए कारण और अचूक उपाय

भगवान शिव के परिवार से हुई है सभी धर्मों की उत्पत्ति, कैसे जानिए

सभी देखें

धर्म संसार

रक्षा बंधन का त्योहार कैसे हुआ प्रारंभ, किसने बांधी सबसे पहले राखी?

रक्षा बंधन पर राखी बांधने का मंत्र और ऐतिहासिक महत्व

Amarnath Yatra : बालटाल के रास्ते फिर शुरू हुई अमरनाथ यात्रा, पहलगाम मार्ग से अब भी निलंबित

गोस्वामी तुलसीदास के 10 प्रेरक विचार

Aaj Ka Rashifal: 31 जुलाई का दैनिक राशिफल, जानें 12 राशियों के लिए महीने के अंतिम दिन का संदेश