और देवता चित्त ना धरई, हनुमत सेई सर्व सुख करई...

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श्रीराम। सात महामानव पिछले कई हजार वर्षों से आज भी जीवित हैं उनमें से ही एक है श्री हनुमानजी। हनुमानजी इस कलयुग के अंत तक अपने शरीर में ही रहेंगे। वे आज भी धरती पर विचरण करते हैं।

जब कल्कि रूप में भगवान विष्णु अवतार लेंगे तब हनुमान, परशुराम, अश्वत्थामा, कृपाचार्य, विश्वामित्र, विभीषण और राजा बलि सार्वजनिक रूप से प्रकट हो जाएंगे। यहां प्रस्तुत है हनुमानजी से संबंधित आलेखों की महत्वपूर्ण लिंक...

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राशिनुसार करें हनुमान आराधना

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा (6 अप्रैल) को हनुमान जयंती मनाई जाती है। शनि, राहु, केतु, भूत, पिशाच, टोने-टोटके, दुख, धनाभाव, बेरोजगारी, बीमारी, संकट आदि से छुटकारा पाने के लिए शास्त्रों में कलियुग में एकमा‍त्र हनुमानजी की ही पूजा का विधान बताया गया है। इसीलिए कहते हैं...और देवता चित्त ना धरई, हनुमत सेई सर्व सुख करई...
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